November 18, 2024

वार्डबंदी घोटाला मामला : कंपनी ने जनगणना में लापरवाही कर दिखाए फर्जी आकड़े, विजिलेंस विभाग ने दर्ज की एफआईआर

Faridabad/Alive News : एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने बुधवार चण्डीगढ में प्रेसवर्ता कर नगर निगम फरीदाबाद में हुई वार्डबंदी घोटाले का मुद्दा उठाया। उनके साथ आरटीआई एक्टिविस्ट राम सिंह मौजूद रहे। विधायक ने बताया कि नगर निगम फरीदाबाद की वार्डबंदी के लिए करवाई गयी जनगणना में लापरवाही तथा फर्जी आकड़े दिखाए गए है। मैंने भी फरीदाबाद के तत्कालीन उपायुक्त को इस मामले को लेकर पत्र लिखे थे और यह भी कहा था की ऐसे अधिकारी रवि सिंगला को वार्डबंदी के लिए सलाहकार नियुक्त किया जाना उचित नहीं है।

जिसके बाद विजिलेंस विभाग द्वारा एफआईआर दर्ज की गयी थी। इस वार्डबंदी की जनगणना में जो घोटोले हुआ है उसमें मुख्य भूमिका रवि सिंगला की है। जिन्होंने फर्जी आकड़ो को देखते हुए भी कोई ऑब्जेक्शन नहीं उठाया। कंपनी का वर्क आर्डर करीब 11,68,3200 रूपए का था, उसे रिवाइज्ड करके 24,027,135 रूपए का कर दिया गया। जबकि कोई भी फाइल कानून के अनुसार 10 प्रतिशत से ज्यादा एन्हांसमेंट्स नहीं की जा सकती। कंपनी द्वारा कुल 13 लाख 80 हजार लोगो की ही जनगणना की गयी थी, जिसे कागजो में अधिकारीयों की और सलाहकार की मिलीभगत से 24 लाख दिखा दिया गया, जो 721000 परिवार दिखाए गए है वह भी फर्जी है।

जनगणना करने वाली कंपनी ने एक ही परिवार के सदस्यों को अलग अलग परिवार का दिखा दिया, ताकि ज्यादा बिल बनाया जा सके, वार्ड नंबर 30 के ब्लॉक ठ 1165 के मकान 245 में एक ही घर में 891 पुरुष और 883 महिलाएं दिखाई गयी है। जो बहुत बड़ी लापरवाही है। वहीं वार्ड 31 के 1182 मकान में 30 अलग अलग मालिक दिखाए गए है। जिसमे से 9 मालिक तो पिछड़ी जाति के है और बाकी अनुसूचित जाति के। इसके अलावा इसी मकान के बगल वाले घर में हरी सिंह जो अनुसूचित जाति के है। 52 अविवाहित लड़के, कुंदन लाल के 22 लड़के, त्रिपाठी राम 22 अविवाहित लड़के, जगमोहन के 23 अविवाहित लड़के दिखाए हुए है, लेकिन इनके परिवार में कोई भी महिला नहीं है ऐसा दिखाया हुआ है।

इस पर राम सिंह यादव ने सरकार से मांग रखी है कि इस वार्ड बंदी को रद्द किया जाए और भारत सरकार अपने स्तर पर जनगणना करा कर फिर से वार्ड बंदी की करें, ताकि निष्पक्ष चुनाव हो सके।