Manesar/Alive News: करीब दो वर्ष पहले नखरौला ग्रामवासियों ने सामूहिक सहयोग से लगभग एक किलोमीटर लम्बे रोड के दोनों तरफ करीब 12-12 फुट फासले पर छायादार वृक्षों का रोपण किया था। इन पौधों के संरक्षण के लिए लोहे के जाल भी लगाए गए थे। ये ज्यादातर पौधे बड़े हो रहे हैं। पौधों के गड्ढों में हवा से कूड़ा करकट भर जाता है। खरपतवार आदि उग जाता है। जिसकी समय-समय पर सफाई कराई जाती रही है। सफाई, गुड़ाई, नलाई, छंगाई व देखरेख आदि का यह कार्य करने के लिए पर्यावरण प्रेमी व समाजसेवी हमेशा से आगे आकर कार्य करते रहें हैं।
इसी क्रम में आज नेशनल हाईवे 48 से नखरौला गांव को कनैक्ट करने वाले रोड के दोनों तरफ लगभग 1 किलोमीटर लंबाई में लगे पौधों के गड्ढों की साफ सफाई, गुड़ाई, नलाई, छंगाई, देखरेख करने व खरपतवार वगैरह निकाले के लिये समाजसेवी व पर्यावरण प्रेमी वीरेंद्र यादव, अनिल, लक्ष्मण सरपंच, सूर्य देव यादव, एडवोकेट परविंदर, रामवीर, राज राजकुमार, सुनील व कैई अन्य ग्रामीण उपस्थित हुए और सभी ने सामूहिक रूप से यह पौधों के गड्ढों की साफ-सफाई, गुड़ाई, नलाई, खरपतवार निकालने आदि का कार्य निस्वार्थ भाव से किया।
इन सभी पर्यावरण प्रेमियों का मानना है कि पौधारोपण व संरक्षण करना प्रत्येक व्यक्ति की धार्मिक व सामाजिक जिम्मेदारी होती है जिसका हम सभी को निर्वहन करना चाहिए। इनका मानना है की आज हमारी जरूरतों के लिए, भवन निर्माण व अन्य कार्यों के लिए पेड़ पौधे बड़े पैमाने पर काटे जा रहे हैं जिसकी वजह से पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है, शहर और गाँव दोनों क्षेत्रों में प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग का कुप्रभाव दिख रहा है। यह स्थिति जन जीवन के लिए बहुत खतरनाक हो गई है।