November 17, 2024

ओझल होती तालाबों को अब जल्द मिलेगा नया जीवन

Faridabad/Alive News: अपना अस्तित्व खो चुके हरियाणा के तालाबों का अब जल्द जीर्णोद्धार होगा। हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण ने इसकी शुरुआत कर दी है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश के 21 हजार तालाबों का सेटेलाइट से सर्वे होगा। सर्वे के पश्चात तालाबों का रेवेन्यू कार्ड के साथ मिलान किया जाएगा। चिन्हित कर करीब चार हजार तालाबों को पुनर्जीवित किया जाएगा।

दरअसल, हरियाणा में अतिक्रमण के कारण ओझल होती तालाबों को प्रदेश सरकार ने पुनर्जीवित करने का फैसला लिया है। जानकारी के मुताबिक हरियाणा तालाब और अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा रेवेन्यू रिकार्ड और सेटेलाइट इमेज के जरिए तालाब की स्थिति का आंकलन किया जाएगा। तालाबों को चिन्हित कर उन्हें पुनर्जीवित करने का कार्य किया जाएगा। इससे लगभग 4 हजार तालाबों को नया जीवन मिलेगा।

हरियाणा तालाब एवं अपशिष्ट जल प्रबंधन प्राधिकरण का मुख्य उद्देश्य दूषित और ओवरफ्लो तालाबों का जीर्णोधार करना है। अभी तक प्राधिकरण ने 18 हजार 437 तालाबों को चिन्हित किया है। मिली जानकारी ले अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग अंबाला से सिंधु बॉर्डर तक 14 तालाबों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण ने दूषित तालाबों की स्थिति में सुधार को महत्व दिया है। प्राधिकरण द्वारा अभी तक 430 गांवों में 1492 तालाबों को चिन्हित किया गया है। इनकी स्थिति आगामी एक साल में सुधरने की संभावना है। इसके अतिरिक्त 19 तालाबों को आदर्श के रूप में स्थापित करने की योजना तैयार की गई है। फिलहाल दस तालाबों का कार्य पूरा हो चुका है और आगामी दो महीने में अन्य नौ तालाबों की स्थिति में सुधार की संभावना है।