Faridabad/Alive News : भारत सरकार द्वारा पदम श्री आवार्ड से सम्मानित व्यक्ति डा. ब्रह्मदत्त को इन दिनों फरीदाबाद में एक टूटी सडक को बनवाने के लिये संघर्ष करना पड रहा है जिसे लोग शहर का ही नहीं बल्कि देश का भी दुर्भाग्य बता रहे हैं, एनआईटी फरीदाबाद हार्डवेयर से प्याली चौक तक टूटी पडी सडक और उस पर फैले हुए गंदे नाले के पानी की समस्या को लेकर पदमश्री आवार्डी डा. ब्रह्मदत्त, अनशनकारी बाबा रामकेवल और अनेकों समाजसेवी संस्थाओं ने हार्डवेयर चौक पर धरना प्रदर्शन शुरू किया है जिसमें नगर निगम से सडक की लीपा पोती न करके नये सिरे से बनवाने की मांग की जा रही है। चेतावनी दी है कि जब तक सडक बनकर तैयार नहीं होगी तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
गंदे पानी से लबालब टूटी पडी हुई ये सडक तीन विधानसभाओं के बीच में फंसी हुई है जिससे रोजाना लाखों लोग सफर करते हैं और गंदे पानी में गिरते, टूटी सडक पर हिचकोले खाते हुए अपनी मंजिल तक पहुंचते हैं, स्मार्ट सिटी फरीदाबाद का ये नजारा बेहद ही शर्मनाक है क्योंकि बडखल की विधायक सीमा त्रिखा, बल्लभगढ के विधायक मूलचंद शर्मा और एनआईटी के विधायक नगेन्द्र भडाना को इस समस्या के बारे में पूरी जानकारी है और तीनों विधायक इन दिनों भाजपा की शरण में हैं उसके बाबजूद भी लाखों लोगों को परेशानी उठानी पड रही है। जिसको लेकर अब भारत सरकार द्वारा पदम श्री आवार्ड से सम्मानित किये गये डा. ब्रह्मदत्त को भी धरने पर बैठना पड रहा है, पदमश्री आवार्डी डा. ब्रह्मदत्त, अनशनकारी बाबा रामकेवल, आरटीआई एक्टिविस वरूण शौंकंद और अनेकों समाजसेवी संस्थाओं ने हार्डवेयर चौक पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जहां शुरू किये गये नगर निगम के खिलाफ धरने पर सरकार और निगम के विरोध में जमकर नारेबजी की गई।
धरने पर बैठे पदमश्री डा. ब्रह्मदत्त ने कहा कि नगर निगम में इन दिनों भ्रष्ट्राचार चर्म है जिसका कारण है कि लाखों लोगों के प्रयोग में आने वाली हार्डवेयर से प्याली चौक वाली सडक गंदे नाले के पानी में टूबी हुई है साथ ही सडक की हालत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है, जिसपर आवाज उठाने के बाद मिट्टी डालना शुरू हो गया है मगर प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्हें सडक की लीपापोती नहीं चाहिये वो चाहते हैं कि सडक को दुबारा से नया बनाया जाये ताकि लंबे समय तक लोगों को लाभ मिल सके। वहीं बाबा रामकेवल ने भी सरकार को चेतावनी दी है कि पहले तो धोखा देकर उन्हें अनशन से उठा दिया था मगर इस बार वो सरकार व निगम के धोखे में नहीं आयेंगे, मांग पूरी नहीं हुई तो दुबारा से अनशन शुरू किया जायेगा।