kanpur/Alive News: कानपूर में एक निजी सफाईकर्मी ने विकास भवन के छह साल के रिकॉर्ड को गायब कर दिया। बताया जा रहा है कि निजी सफाईकर्मी मोहन विकास भवन की फाइलों को कबाड़ी को बेच देता था और उन रिकार्ड को बेचकर शराब पीता था। बताया जा रहा है कि मोहन के साथ आरईएस विभाग के चतुर्थ श्रेणी संविदा कर्मचारी रमेश कुमार शामिल थे।
कार्यालयों की सफाई करने के बाद दोनों चार बजे विकास भवन के सामने स्थित कबाड़ी दीपक जायसवाल को रिकॉर्ड बेचते और जो भी पैसा मिलता उसका शराब पी जाते थे। ऐसे में शनिवार को अधिकारियों ने वृद्धावस्था पेंशन के दस्तावेज ढूंढवाए तो छह साल के सत्यापन का रिकॉर्ड गायब मिला है।विकासभवन के तीन तल में 18 विभाग संचालित हैं। जिसमे कि मेजों पर बेतरतीब तरीके से फाइलें और कागजात फैले रहते हैं।।
कबाड़ी के यहां मिला 2023 का रिकॉर्ड
शुक्रवार को मामला सामने आने के बाद शनिवार को मोहन के खिलाफ नवाबगंज थाने में समाजकल्याण विभाग के बाबू हरेंद्र सक्सेना ने तहरीर दी है। शनिवार को दिन भर समाज कल्याण विभाग के 23 नंबर कमरे में फैले पड़े रिकॉर्ड को सुरक्षित करने का काम हुआ।इसके बाद वृद्धावस्था पेंशन, पारिवारिक लाभ के सारे रिकॉर्ड ढूंढे गए तो वर्ष 2017 से 2022 तक का वृद्धावस्था पेंशन योजना का रिकॉर्ड नहीं मिला। हालांकि 2023 का रिकॉर्ड कबाड़ी के यहां मिल गया।
दो कर्मचारी बेकनगंज स्थित कबाड़ी के गोदाम में दिन भी रिकॉर्ड तलाशते रहे। सूत्रों ने अनुसार पारिवारिक लाभ योजना का भी रिकॉर्ड गायब है, यूपी नेडा कार्यालय से भी फाइलें गायब हैं लेकिन विभाग के अफसर चुप्पी साधे हैं। वहीं, उप निदेशक समाज कल्याण महिमा मिश्रा भी शनिवार को कार्यालय निरीक्षण करने पहुंचीं। उन्होंने पांच घंटे तक अफसरों-कर्मचारियों से पूछताछ की।
फाइलों को रद्दी समझकर खरीद लेता कबाड़ी
कबाड़ी दीपक जायसवाल का कहना है कि मोहन रोज बोरी में भरकर कागजात लाता था और मैं रद्दी समझकर उसे खरीद लेता था। वह ये कहां से लाता था, इसकी जानकारी नहीं है। तीन माह से रोज वह यह काम करता था। मैं अपना सारा कबाड़ बेकनगंज स्थित कबाड़ के बड़े कारोबारी को बेच देता हूं।कबाड़ी के यहां से सिर्फ 2023 में कराए जा रहे सत्यापन का रिकाॅर्ड मिला है। इसके अलावा पुराना रिकॉर्ड 23 नंबर कमरे से गायब हैं।
कर्मचारी के खिलाफ होगी कार्यवाही
कबाड़ी के गोदाम में कर्मचारी फाइलें ढूंढ रहे हैं। सफाईकर्मी के खिलाफ क्लर्क ने तहरीर दे दी है। -त्रिनेत्र सिंह, समाज कल्याण अधिकारी कमरे से छह साल का रिकॉर्ड गायब होना बड़ी बात है। लापरवाह अफसर और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होगी।