Faridabad/Alive News: उपायुक्त जितेंद्र यादव ने कहा कि आज रविवार को आयोजित यूपीएससी की परीक्षाएं निर्बाध रूप से सम्पन्न हुई। परीक्षाओं में कोताही बरतने वाले लोगों के खिलाफ ड्यूटियां देने वाले अधिकारी तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाई जानी सुनिश्चित की गई थी। परीक्षा केंद्रो में केवल ड्यूटी देने वाले अधिकारी अन्दर जा सकते थे। इसके अलावा कोई भी अधिकारी परीक्षा केंद्रो के अन्दर जाने पर यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार पूर्णतया पाबंदी लगाई गई थी।
उपायुक्त जितेंद्र यादव आज ने इस संबंध में मैजिस्ट्रेट, ट्रांसिट अफसर, लायजनिंग आफिसर और परीक्षा केंद्रो के अधीक्षकों को विशेष दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि परीक्षा के आयोजन संबंधी सभी प्रबंधो के लिए सभी ड्यूटी मैजिस्ट्रेट और ट्रांजिट अफसर तथा परीक्षा केंद्रो के अधीक्षक अपने कार्य दायित्व से जुड़े दायित्वों के बारे में यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार पूरी तरह जानकारी हासिल कर ली गई थी।
उन्होंने सभी परीक्षा केंद्रो के अधीक्षकों को अपने दायित्व बारे जानकारी हासिल कर व व्यवस्थित रूप से परीक्षाओं की योजना बनाकर उसके सही क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने ट्रांजिट आफिसर को सेंसिटिव मटेरियल लाने व ले जाने की यूपीएससी हिदायतो की पूर्ण जानकारी लेने को भी कहा गया था। उपायुक्त जितेंद्र यादव ने बताया कि परीक्षा से सम्बंधित उक्त अधिकारीयों से अपने वाहन चालक को निर्देश देने बारे कहा गया था कि वे अपने वाहन चालकों को निर्देश दें कि वे उनके वाहन पूरी तरह वर्किंग कंडीशन में हो ताकि किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि वाहन चालक पुलिस विभाग द्वारा निर्धारित रूट पर ही गाड़ी चलाएं।
उन्होंने ट्रांजिट आफिसर को सेंसेटिव मेटेरियल लाने व ले जाने के लिए प्रातः 7:30 बजे जिला खजाना कार्यालय फरीदाबाद में पहुंचने तथा अपने साथ विभाग के एक कर्मचारी की मदद के साथ अपने दायित्व को पूरा करने बारे भी आवश्यक दिशा- निर्देश दिए थे । उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा जारी हिदायतों की पालना करना सभी अधिकारियों का नैतिक दायित्व है, और इस संबंध में किसी प्रकार की कोई कोताही नही बरती गई। क्योंकि ऐसा करने वाले व दोषी पाए जाने वाला व्यक्ति इसके लिए खुद जिम्मेवार था।
जिला फरीदाबाद में होने वाली यूपीएससी परीक्षा के लिए आज रविवार 10 अक्टूबर को 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 15057 परीक्षार्थियों के लिए परीक्षाओं की व्यवस्था की गई है। प्रातः कालीन परीक्षा में 6214 परीक्षार्थी उपस्थित रहे जबकि 8843 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। और सायं कालीन सत्र में परीक्षा में 6145 परीक्षार्थी उपस्थित रहे जबकि 8912 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षाओं के लिए 14 ड्यूटी मैजिस्ट्रेट,25 ट्राजिंट आफसर और 47 लोकल इंस्पैकटिंग अधिकारी नियुक्त किए गए थे।
सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार उसके खिलाफ तुरंत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जानी थी। परीक्षा केंद्र पर मूलभूत सुविधाएं पेयजल, सैनिटाइजर, शौचालय तथा साफ सफाई सहित अन्य उचित व्यवस्था के प्रबंध बारे भी अधिकारी ध्यान रखें और सुरक्षा के दृष्टिगत ऐसी कोई भी परीक्षा सहयोगी सामग्री जो आपत्तिजनक हो को केंद्र में अंदर जाने नही दिया।
स्कूलों के अन्दर वाल पेंटिंग या ब्लैक बार्ड आदि पर ऐसी सामग्री लिखी गई या पेंटिंग की गई थी, तो उस पर कागज चस्पा करना सुनिश्चित करवा दिया गया था। उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने ड्यूटी मैजिस्ट्रेट, ट्रांजिट ऑफिसर और परीक्षा केन्द्रों के अधीक्षकों को परीक्षाओं से संबंधित यूपीएससी द्वारा जारी दिशा निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि यूपीएससी द्वारा जिला फरीदाबाद में ली जाने वाली लिखित परीक्षा के लिए को 37 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।
इन परीक्षा केन्द्रों पर प्रातः 9:30 से 11:30 बजे तक और सायंकालीन 02:30 से 04:30 तक लिखित परीक्षा आयोजित की गई। इस दौरान यूपीएससी की हिदायतों के अनुसार परीक्षा की गारिमा, पवित्रता तथा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए परीक्षा केंद्रवार मैजिस्ट्रेट और ( ट्रांसिट आफिसर ) नियुक्त किए गए थे। मैजिस्ट्रेट परीक्षा केंद्रों का परीक्षा के दौरान निरीक्षण कर रहे थे। जबकि ट्रांजिट आफिसर परीक्षा के दौरान संबंधित परीक्षा केंद्र में सेंसिटिव मेटेरियल को जिला खजाना अधिकारी से परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाएंगे तथा परीक्षा समाप्ति के उपरांत जिला खजाना कार्यालय, फरीदाबाद में संबंधित नोडल अधिकारी को पहुंचा रहे थे।