November 15, 2024

असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को यूनिक ID से मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ : दिनेश कुमार

Faridabad/Alive News : अब असंगठित क्षेत्र के श्रमिक ई-श्रम पोर्टल पर अपने आपको रजिस्टर्ड करवाकर यूनिक आईडी की मार्फत सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकेंगे। असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के उद्देश्य से आज सेक्टर-12 स्थित उपश्रमायुक्त कार्यालय में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता उपश्रमायुक्त दिनेश कुमार ने की तथा बैठक में श्रमिक संगठनों के अलावा व्यापारिक संगठनों व औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

बैठक में श्रम विभाग के अधिकारियों व श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच लगभग सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। सरकार द्वारा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लाभार्थ लागू की गई योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए उपश्रमायुक्त दिनेश कुमार व औद्योगिक सुरक्षा विभाग के निदेशक धर्मेन्द्र सिंह ने विभिन्न श्रमिक संगठनों व व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों को जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे मजदूर जिनका की कभी ईएसआई, पीएफ तक न कटा हो तथा वह करदाता न हो, वह सिर्फ अटल सेवा केंद्र पर जाकर अपना रजिस्टे्रशन करा सकते है और अगर श्रमिक का आधार कार्ड उसके मोबाइल कार्ड से लिंक है तो वह घर बैठे ही ई-श्रमिक पोर्टल पर अपने आपको रजिस्टर्ड कर सकता है।

सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ भवन निर्माण, छोटे व मध्यम किसान, कृषि मजदूर, मनरेगा श्रमिक, पशुपालन श्रमिक, लेवलिंग एंड पैकिंग श्रमिक, सब्जी व फल रेहड़ी विक्रेता, घरेलू कार्य करने वाले श्रमिक, न्यूज पेपर वेंडर, रिक्शा-ऑटो चालक, स्ट्रीट वेंडर, आशा वर्कर, ईट भ_ा और पत्थर कार्य श्रमिक, बंटाईदार श्रमिक, कपड़ा बनाने वाले श्रमिक, लकड़ी कार्य करने वाले श्रमिक, घरों पर काम करने वाली बाई, मछुआरे, दूध विक्रेता व विभिन्न राज्यों के श्रमिकों को मिलेगा। इस पोर्टल में अपने आपको रजिस्टर्ड करवाने वाले श्रमिक की उम्र 16 से 59 साल के बीच होनी चाहिए।

सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत यूनिक आईडी कार्ड धारक को 2 लाख रूपए का मुफ्त दुर्घटना बीमा के अलावा आपदा के समय सीधे मदद पहुंचाई जाएगी तथा बेहतर योगयता वाले श्रमिकों को नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएंगे। एक अनुमान के अनुसार पूरे देश में इस वक्त 38 करोड़ के करीब श्रमिक असंगठित क्षेत्र से जुड़े हुए है, जिनमें से 80 लाख पूरे हरियाणा में तथा 15 लाख अकेले फरीदाबाद में है।