November 17, 2024

जे सी बोस विश्वविद्यालय द्वारा ”आज़ादी का अमृत महोत्सव” श्रृंखला में शहीदों को नमन

Faridabad/Alive News : जे सी बोस विश्वविद्यालय वाईएमसीए फरीदाबाद के संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग द्वारा आज़ादी का अमृत उत्सव शृंखला का शुभारंभ गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर किया गया। ”राष्ट्र नायकों को नमन” नामक श्रृंखला के माध्यम से वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। पत्रकारिता के विद्यार्थियों में देशभक्ति का भाव जागृत करने के उद्देश्य से इसका आयोजन किया जा रहा है। श्रृंखला के अंतर्गत आगामी 11 महीनों, 44 सप्ताह में 88 राष्ट्र नायकों के जीवन, आजादी की प्रेरणादायी प्रसंग संबंधित वीडियो, ग्राफिक, पोस्टर एवं एनीमेशन शार्ट फिल्म शामिल होंगी। इसमें मल्टी मीडिया एवं पत्रकारिता के छात्र अनुसंधान, इतिहास संकलन, पटकथा लेखन, वॉइस ओवर, वीडियो संपादन जैसी विधाओं का प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त करेंगे।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डॉ दिनेश कुमार ने अपने बधाई संदेश में’ ”राष्ट्र नायकों को नमन” श्रृंखला की प्रशंसा करते हुए विभाग की इस सार्थक पहल को सभी विद्यार्थियों के लिए बेहतर बताया। संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के डीन एवं विभागाध्यक्ष प्रो डॉ अतुल मिश्रा के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम को तैयार किया गया है। विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर पवन सिंह मलिक ने बताया कि राष्ट्रपति महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर शुरू होने वाली श्रृंखला से पत्रकारिता के विद्यार्थियों में देशभक्ति का भाव जागृत करना मुख्य उद्देश्य है। इस श्रृंखला के तहत जहां एक तरफ विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल कार्य द्वारा पारंगत बनाया जाएगा वहीं दूसरी ओर उन्हें आजादी के लिए अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले राष्ट्र नायकों के जीवन को जानने का अवसर भी मिलेगा।

उन्होंने बताया कि ऐसे कार्यक्रमों से देश के इतिहास, देशभक्तों, वीर-वीरांगनाओं को जानने का मौका मिलता है बल्कि उन्हें नमन करते हुए उनके पदचिन्हों पर राष्ट्रहित में चलने की प्रेरणा भी मिलती है। श्री मलिक ने बताया कि इस श्रृंखला के अंतर्गत आगामी 11 महीनों, 44 सप्ताह में 88 राष्ट्र नायकों पर विभिन्न विषय संबंधी विडियो क्लिप, पोस्टर ग्राफिक्स एवं एनीमेशन शॉर्ट फिल्म तैयार की जाएंगी।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ सुनील कुमार गर्ग, विभागीय शिक्षक एवं पत्रकारिता के स्नातक एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थी भी उपस्थित रहे।