May 19, 2024

आज पीएम देंगे गोरखपुर को 10 हजार करोड़ की सौगात, किसानों और युवाओं को मिलेगा लाभ

Uttar Pradesh/Alive News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गोरखपुर में 10 हजार करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट खाद कारखाना, एम्स और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के रिजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) का मंगलवार यानी आज लोकार्पण करेंगे।

आपको बता दे कि वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री ने ही खाद कारखाना और एम्स की नींव रखी थी। अब वह स्वयं अपने हाथों इसे जनता को समर्पित करेंगे। खाद कारखाने के रूप में गोरखपुर को केंद्रित कर पूर्वांचल के किसानों और नौजवानों के हित में योगी आदित्यनाथ का सपना साकार हो गया है।

अपने संसदीय कार्यकाल में करीब दो दशक तक जिसके लिए वह संघर्षरत रहे, उसका परिणाम आज सामने है। गोरखपुर का खाद कारखाना मुख्यमंत्री योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है। गोरखपुर में 1990 में बंद हुए फ़र्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के खाद कारखाने को दोबारा चलवाने या उसकी जगह नया कारखाना स्थापित करने के लिए योगी आदित्यनाथ बतौर सांसद 19 साल तक संघर्षरत रहे।

किसानों और नौजवानों को मिलेगा लाभ
नीम कोटेड यूरिया से किसानों को समय से खाद सुलभ होगी। वहीं, करीब बीस हजार लोगों को प्रत्यक्ष या परोक्ष रोजगार मिलने की संभावना भी व्यक्त की जा रही है। खाद कारखाने से उत्तर प्रदेश और अन्य सीमावर्ती राज्यों को पर्याप्त खाद की उपलब्धता तो होगी ही आयात पर से निर्भरता भी कम होगी।

गोरखपुर खाद कारखाने के निर्माण पर लगभग 8603 करोड़ रुपये की लागत आई है। कारखाना परिसर में दक्षिण कोरिया की विशेष तकनीक से 30 करोड़ रुपये की लागत से विशेष रबर डैम बनाया गया है, जिस पर गोलियों का भी असर नहीं होता है। कारखाने की उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 3850 मीट्रिक टन और प्रतिवर्ष 12.7 लाख मीट्रिक टन उर्वरक उत्पादन की है।

खाद कारखाने की स्थापना और संचालन की जिम्मेदारी हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) ने निभाई है। एचयूआरएल एक संयुक्त उपक्रम है, जिसमें कोल इंडिया लिमिटेड, एनटीपीसी, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन प्रमोटर्स हैं, जबकि इसमें फर्टिलाइजर कार्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड और हिंदुस्तान फर्टिलाइजर कार्पोरेशन लिमिटेड भी साझीदार हैं।

कारखाने का प्रिलिंग टावर दुनिया में सबसे ऊंचा गोरखपुर खाद कारखाने में बना प्रिलिंग टावर विश्व में सबसे ऊंचा है। इसकी ऊंचाई कुतुब मीनार की ऊंचाई से दोगुनी से अधिक है। प्रिलिंग टावर से खाद के दाने नीचे आएंगे तो इनकी गुणवत्ता सबसे अच्छी होगी। एक खास बात यह भी है कि इस खाद कारखाना में 30 फीसदी से ज्यादा पूर्वांचल के युवाओं को नौकरी दी गई है। इनमें लड़कियों की संख्या ज्यादा है।