Faridabad/Alive News: उपायुक्त यशपाल ने कहा कि जिला में जिस व्यक्ति को ऑक्सीजन बैड की जरूरत हो वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य चिकित्सा केंद्र के चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करके सेक्टर-3 के कम्युनिटी सेंटर, खेड़ी कलां सीएचसी, कुराली सीएचसी, पाली सीएचसी, तिगांव सीएचसी व कोमिनीटी सेंटर संजय कॉलोनी में जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन के लिए बेड ले सकते है।
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के कोरोना सक्रमण के बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का कार्य भी 49 सरकारी अस्पतालों में निरन्तर चल रहा है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों ने कोराना बचाव का वैक्सीन नहीं लगवाया है। वे अपने नजदीक सरकारी अस्पताल में जाकर यह वैक्सीन अवश्य लगवाए। यह वैक्सीन कोरोना के संक्रमण के बचाव में कारगर साबित हो रही है। कोविड टीकाकरण के लिए सरकार द्वारा एसओपी जारी किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि जिला में 18 से 44 वर्ष की आयु के लाभार्थियों को कोविड -19 के संक्रमण के बचाव के लिए टीकाकरण केंद्र पर नियुक्ति संदेश प्राप्त करने के बाद मोबाइल नंबर पर लाभार्थी को कोविड-19 टीकाकरण जानकारी मिलेगी। कोविड वैक्सीन केंद्र पर आनलाइन जानकारी दिखाने के बाद वैक्सीन लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 18 से 45 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थी किसी भी सरकारी स्वास्थ्य पर कोविड-19 का वैक्सीनेशन करवा सकते हैं।
आईडी प्रूफ दिखाने के बाद स्पॉट रजिस्ट्रेशन वाली संस्था
आधार कार्ड पैनकार्ड ड्राइविंग लाइसेंस पासपोर्ट आदि मे से कोई एक आईडी वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थी को देनी होगी। सीएमओ डा. रणदीप पुनिया ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन लोगों को पहली कोविड-19 के बचाव के लिए वैक्सीन लग चुकी है। वह दूसरे डोज की वैक्सीन बीके जिला नागरिक अस्पताल, ई.एस.आई. मेडिकल कॉलेज एनएच -3 फरीदाबाद और पीपीसी ईएसआई मेडिकल कॉलेज एनएच-3 फरीदाबाद मे प्रातः 10:00 बजे से सायं 4:00 बजे तक लगाए जा रहे हैं।
इसी प्रकार एसडीएच बल्लभगढ़, सीएचसी कुराली, सीएचसी खेड़ी कलां, पीएचसी पनेहरा खुर्द, पीएचसी मोहना, पीएचसी दयालपुर, पीएचसी छांयसा, पीएचसी अनंगपुर,पीएचसी पल्ला, पीएचसी पाली, पीएचसी धौज, पीएचसी फतेहपुर बिलोच, पीएचसी सीकरी, एफआरयू-1सैक्टर-30 फरीदाबाद, एफआरयू -2 सैक्टर-3 बल्लभगढ, यूएचसी एसजीएम नगर, यूएचसी मुजेसर, यूएचसी संजय कॉलोनी,यूएचसी सेहतपुर, यूपीएचसी एसी नगर, यूपीएचसी आदर्श नगर, यूपीएचसी एत्मादपुर 10 बजे से सायं 4 बजे तक लगाए जा रहे हैं।
ऐसे ही यूपीएचसी भारत कॉलोनी, यूपीएचसी भीम बस्ती, यूपीएचसी डबुआ कॉलोनी, यूपीएचसी हरि विहार, यूपीएचसी मेवाला महाराजपुर, यूपीएचसी नंगला एनक्लेव, यूपीएचसी प्रतापगढ़, यूपीएचसी राजीव कॉलोनी, यूपीएचसी सुभाष कॉलोनी, सीडी सूरजकुंड, ईएसआई -1 सेक्टर -27 बी फरीदाबाद , ईएसआई -2 सेक्टर -19 फरीदाबाद, ईएसआई-3, एनआईटी -5 फरीदाबाद, ईएसआई -4 एनआईटी-1, ईएसआई -5 एनआईटी -2, ईएसआई -6 में कोविड-19 वैश्विक महामारी कोराना के बचाव के लिए वैक्सीन प्रातः 10 बजे से सायं 4 बजे तक लगाए जा रहे हैं।
जिला फरीदाबाद में 18 से 44 साल की आयु के लोगों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीनेशन के लिए कोविन ऐप पर अपना रजिस्ट्रेशन कराने के साथ-साथ बुकिंग भी करवानी होगी। क्योंकि बुकिंग करवाने पर ही इस बात की सटीक जानकारी मिल सकेगी कि उन्हें जिला के किस वैक्सीन केंद्र पर कितने बजे वैक्सीनेशन के लिए जाना है। उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट के आधार पर जिला में कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं।
इसके अलावा, गांवों में लोगों की आवाजाही को नियंत्रित करने के लिए फिर से ठीकरी पहरा लगाने के आदेश जिलाधीश द्वारा जारी किए गए हैं। उन्होंने बताया कि सरकार मरीजों को डोर-टू-डोर ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने बताया कि सरकार की इस पहल का मकसद एक वैक्सीनेशन सेंटर पर भीड़ को एकत्र होने से रोकना है। कोविड वैक्सीनेशन बारे जिला चिकित्सा अधिकारी डॉ रणदीप पूनिया ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रजिस्ट्रेशन से साइट पर सिर्फ लोगों का व्यक्तिगत विवरण दर्ज होता है और उन्हें आईडी एवं पासवर्ड जारी किया जाता है।
लेकिन बुकिंग करवाने से वैक्सीनेशन के लिए उपलब्ध सबसे निकटवर्ती केंद्र और संबंधित व्यक्ति के लिए वैक्सीनेशन हेतु निर्धारित अवधि की सटीक जानकारी मिलती है। उन्होंने बताया कि कोविशिल्ड और कोवैक्सीन दोनों स्वदेशी वैक्सीन हैं, जो पूरी तरह कोविड-19 के संक्रमण के बचाव के लिए सुरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि वैक्सीन लगवाने के बाद आने वाला बुखार या शरीर में हरारत सामान्य लक्षण हैं, इनसे घबराने की कतई जरूरत नहीं है। वैक्सीनेशन का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग-अलग देखने को मिल सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार अब कोविशील्ड की दो खुराकों के बीच के अंतर को बढ़ाकर अब 12 से 16 हफ्ते इसलिए किया गया है, क्योंकि विदेशों में इसके बेहतर परिणाम देखे गए हैं। कोवैक्सीन की दो खुराकों के बीच का अंतर अब भी 4 हफ्ते ही है। उन्होंने बताया कि जिला में वैक्सीनेशन की शुरुआत में इसके प्रति लोगों में काफी उदासीनता थी। लोग कोविड वैक्सीन को संदेह की नजरों से देख रहे थे, लेकिन अब वैक्सीनेशन के साकारात्मक परिणामों के प्रति लोगों का नजरिया बदला है और 18 से 44 साल तक के आयु वर्ग के लोग वैक्सीनेशन में बढ़-चढकऱ भाग ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने कोविड के खिलाफ व्यापक अभियान जिला के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष प्रचार प्रसार किया जा रहा है।