Faridabad/Alive News : राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर राजकीय महाविद्यालय तिगांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में हरियाणा की मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा उपस्थित थी, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में महान साहित्यकर्मी डॉ. बलदेव वंशी एवं कवि ज्योति संग उपस्थित थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिभा चौहान ने की। इस मौके पर मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा ने कहा कि हिन्दी हमारी मातृभाषा है और हमें सदैव इसका सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिन्दी सबसे सरल, सुगम और उत्तम भाषा है और यह समूचे विश्व में विख्यात है।
त्रिखा ने कहा कि आज हमें राष्ट्रीय हिन्दी दिवस के अवसर पर हिन्दी भाषा का सम्मान करने व अपने परिवार व समाज में हिन्दी के प्रति लोगों को जागरूक करने का संकल्प लेना चाहिए क्योंकि आधुनिकता की दौड में लोग अंग्रेजी भाषा की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे है परंतु हिन्दी भाषा का अपना एक वजूद है और यह हमारी राष्ट्र भाषा इसलिए हमें सदैव इसका सम्मान करना चाहिए। इस मौके पर साहित्यकर्मी डॉ. बलदेव वंशी ने हिन्दी हिन्द की शान है का नारा दिया वहीं कवि ज्योति संग ने हिन्दी सम्मान व उत्थान का आह्वान किया।
हिन्दी दिवस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने निबंध प्रतियोगिता, कविता प्रतियोगिता व स्लोगन, लेखन प्रतियोगिता में रचनात्मक प्रतिभा का परिचय दिया। कार्यक्रम में बलदेव वंशी को राजकीय महाविद्यालय तिगांव के प्रांगण में सम्मानित किया गया वहीं हिन्दी विभागाध्यक्ष डा. प्रतिभा चौहान को भाषा ध्वजारोही की संज्ञा से सम्मानित किया गया। प्राचार्या सपना नागपाल को शिक्षा ज्योति की उपाधि दी गई।
हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रतिभा चौहान ने आए हुए सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए हिन्दी को मातृभाषा की संज्ञा देते हुए कहा कि हिन्दी हमारे दिल व खून में बसी है और हमें अपनी राष्ट्र भाषा की आन बान शान की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए। हिन्दी दिवस के सफल आयोजन में महाविद्यालय के सभी प्रोफेसर डा. अनिल ओझा, चारू मिडढा, अमनप्रीत कौर, सीमा फौगाट, अंजू शर्मा, कविता, डा. सुप्रिया पल्लवी, लीना शर्मा, डा. अनीता, डा राजिेंद्र, डा शशि आदि ने भरपूर सहयोग दिया।