November 16, 2024

लाचार मां बेटी की मदद कर इस संस्था ने कायम की इंसानियत की मिसाल

Faridabad/Alive News: कोरोनाकाल में ऐसे हृदय विदारक मामले सामने आ रहे है। जो इंसान को पूरी तरह से झकझोर कर रख दे रहे है। इस महामारी ने ना जाने कितनों के अपने छीन लिए और ना जाने कितने बच्चों के सर से माता पिता का हाथ उठ गया। ऐसा ही एक मामला फरीदाबाद से आ रहा है। जहां लाचार एक बेटी अपनी मां के साथ बैठी थी और पिता का पार्थिव शरीर हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखा था। जिसकी सहायता कोई नहीं कर रहा था। ऐसे में इस बेटी की सहायता के लिए मिशन जागृति के सदस्यों ने हाथ बढ़ाया।

दरअसल, महामारी में पूरा देश त्राहि त्राहि हुआ है। इसका प्रकोप जारी है। ऐसे में एक बेटी अपनी मां के साथ लाचार बैठी थी और उसके पिता का पार्थिव शरीर हॉस्पिटल के मोर्चरी में रखा था। इनकी मदद के लिए कोई आगे नही आ रहा था। परिवार को कही से मिशन जागृति का नम्बर मिला। लड़की ने रात को 11 बजे संस्थापक प्रवेश मलिक के पास फोन किया।

जानकारी मिलने के पश्चात सुबह मिशन जागृति के चार साथी उनकी मदद के लिए हॉस्पिटल पहुंचे। मिशन जागृति के सदस्य विकास कश्यप, दिनेश राघव और अशोक भटेजा ने मिलकर विधि पूर्वक उनका अंतिम संस्कार कराया। यह पूरा प्रकरण संस्था के संस्थापक सदस्य और संरक्षक कविंद्र चौधरी के देख रेख में हुआ।