November 18, 2024

ब्लड कैंसर का खतरा बन सकती है ये पांच चीज़ेस से बना ले इनसे दूरी

Lifestyle/Alive News: कैंसर (Cancer) एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं और उनमें एक खून का कैंसर यानि ब्लड कैंसर (Blood Cancer) भी है। जिसे मेडिकल भाषा में ल्यूकेमिया (Leukemia) कहा जाता है। दरअसल, यह खून या अस्थि मज्जा का कैंसर है। ल्यूकेमिया तब होता है, जब आपके शरीर में वाइट ब्लड सेल्स बढ़ जाती हैं। वाइट ब्लड सेल्स रेड ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स को बाहर निकाल देती हैं जिनकी आपके शरीर को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यकता होती है।

ब्लड कैंसर यानी ल्यूकेमिया में कैंसर की कोशिकाएं तेजी से और अनियंत्रित तरीके से हड्डियों के अस्थि मज्जा में बढ़ने लगती हैं। ये कोशिकाएं खून में फैल जाती हैं। इसकी सबसे घातक बात यह है कि कैंसर का यह प्रकार अन्य तरह के कैंसर की तरह ट्यूमर में नहीं बनता है। जिसे एक्स-रे जैसे इमेजिंग टेस्ट में देखा जा सकता है

फूड कैसे बन सकते हैं कैंसर का कारण
जंक फूड खाने से कैंसर होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है, चाहे ये खाने में कितना ही टेस्टी क्यों न हो, लंबे समय में, ये आपकी सेहत पर बहुत सारे बुरे असर डालता है। लेकिन कुछ दूसरी ऐसी चीज़ें भी है जो जंक फूड जितनी ही बुरी हैं और जिसने धीरे धीरे कैंसर भी हो सकता है। एक्सपर्ट का कहना है कि शोध में भी इस बात के प्रमाण बढ़ रहे हैं कि हमारी आहार संबंधी आदतें कैंसर के खतरे को बढ़ा या घटा सकती हैं।

  1. तला हुआ खाना – तले हुए खाद्य पदाथों का अत्यधिक सेवन से शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकार का कारण बन सकते हैं। जब आलू या मीट जैसे खाद्य पदार्थों को उच्च तापमान पर तला जाता है, तो एक्रिलामाइड नामक यौगिक बनता है। शोध के हवाले से डॉक्टर पर्व कहते हैं कि इस यौगिक में कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं और यहां तक कि डीएनए को भी नुकसान पहुंचाते हैं। इसके अलावा, तले हुए खाद्य पदार्थ शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को भी बढ़ा सकते हैं।
  2. शराब- कार्बोनेटेड ड्रिंक – अल्कोहल और कार्बोनेटेड पेय दोनों में रिफाइंड चीनी और कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। दोनों में से किसी भी तरल पदार्थ का अत्यधिक सेवन शरीर में मुक्त कणों (free radicals) की संख्या को बढ़ा सकता है, जो बदले में सूजन (inflammation) का कारण बन सकता है। शराब इम्यून फंक्शन को भी इफेक्ट करती है, जिससे आपके शरीर के लिए पूर्व कैंसर और कैंसर कोशिकाओं का पता लगाना और उन्हें टारगेट करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
  1. डिब्बाबंद और पैक्ड फूड – डिब्बाबंद या पैक्ड खाद्य पदार्थ खाने का ट्रेंड भारत में धीरे-धीरे और लगातार बढ़ रहा है। अब आप मार्केट के गलियारे में हर चीज को पैक्ड प्रोडक्ट्स में आसानी से पा सकते हैं जिन्हें पकाना भी बहुत आसान है।सच कहें तो ये खाना पकाने की प्रक्रिया को परेशानी मुक्त बना सकता है, लेकिन यह कैंसर के विकास के जोखिम को भी बढ़ा सकता है। ज्यादातर रेडी-टू-कुक फूड पैक में बिस्फेनॉल ए (बीपीए) नाम का केमिकल होता है। भोजन में घुलने पर यह यौगिक हार्मोनल असंतुलन, डीएनए में परिवर्तन और कैंसर का कारण बन सकता है।
  2. स्मोकिंग– बीड़ी-सिगरेट पीना कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा है। बेशक स्मोकिंग करना सीधे रूप से ब्लड कैंसर से नहीं जुड़ा है लेकिन सिगरेट पीने से हल्का ब्लड कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। ध्यान रहे कि स्मोकिंग फेफड़ों के कैंसर से भी जुड़ा है।
  3. मैदा– मैदे में कुछ भी न्यूट्रिएंट्स नाहन होते क्योंकि इसे केमिकल प्रोसेस से गुजरना पड़ता है। और उस से बुरा, इसे सफेद बनाने के लिए क्लोरीन गैस से ब्लीच किया जाता है। इसके अंदर बहुत सारे कार्बोहायड्रेट भी होते हैं, जो आसानी से चीनी में बदल जाते हैं – कैंसर का पसंदीदा खाना – आपके शरीर में।