New Delhi/Alive News : अकसर महिलाओं के मन में ब्रा को पहनने या ना पहनने को लेकर कुछ सवाल उठते हैं, जिनके सही जवाब न मिलने पर महिलाएं कही सुनी बातों पर विश्वास कर लेती हैं। ब्रा से जुड़े मिथक कितने सही हैं और कितने गलत, अगर इनके बारे में पहले से पता होगा तो महिलाएं अनेक समस्याओं से बच सकती हैं। आज का हमारा लेख ब्रा से जुड़े उन्हीं मिथक पर है, जिनके कुछ वैज्ञानिक प्रमाण हैं और कुछ के नहीं हैं। क्या रात में ब्रा पहनना सही है? क्या टाइट ब्रा से सेहत को नुकसान हो सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब आपको आगे दिए जा रहे हैं। पढ़ते हैं आगे…
मिथक 1 – ब्रा न पहनने से बदल जाती है शेप?
हम हमेशा से सुनते आए हैं कि ब्रा न पहनने से स्तनों की शेप बिगड़ जाती है या वे ढीले हो जाते हैं। बता दें यह मात्र एक मिथक ही है। इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। स्तनों के ढीले होने का कारण उम्र बढ़ना, वजन या जेनेटिक तौर पर बदलाव हो सकता है। इसे ब्रा से रिलेट करना सही नहीं है।
मिथक 2 – रात में ब्रा पहनना सही नहीं?
ये बात सही है, रात में ब्रा पहनने से सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंच सकता है। खैर, सन् 2000 में इसी विषय पर छोटे स्तर पर एक शोध हुआ था। शोध में ये पाया गया कि रात में ब्रा या अन्य फिटिंग की या टाइट चीज़ पहन कर हम सोते हैं तो इससे सोने ओर उठने के समय पर असर पड़ता है। साथ ही मेलाटोटिन हार्मोन (सोन और उठने के समय को नियंत्रित रखने वाला) प्रभावित होता है। बता दें कि ये शोध 10 महिलाओं पर 58 घंटो की तय अवधि में हुआ था, जिसके बाद ये परिणाम सामने आए कि रात में ब्रा पहनना सही नहीं है।
मिथक 3 – दिन में ब्रा पहनने से हो सकते हैं नुकसान?
इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है कि दिन में ब्रा पहनने से सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। लेकिन हां, अगर गलत साइज की ब्रा पहनने से छाती की मांसपेशियों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा ब्रा की पट्टी कंधों में खिंचाव डालती है। 2003 में एक अध्ययन हुआ था। ये अध्ययन 102 महिलाओं को लेकर हुआ। सभी महिलाओं ने गलत आकार की ब्रा पहनी थी, जिसके कारण उनके कंधों में तनाव, खिंचाव आदि लक्षण बिगड़ते दिखाई दिए। ऐसे में ये पाया गया कि उन्हें ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी का सहारा लेना पड़ा।
मिथक 4 – ब्रा पहनने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम होता है?
अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार ब्रा पहनने का ब्रेस्ट कैंसर से संबंध को लेकर कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। 2014 में एक स्टडी हुई। ये अध्ययन 1,513 महिलाओ (पोस्टमेनोपॉज़ल) पर हुआ, जिसमें पाया गया कि ब्रा पहनने और स्तन कैंसर के बीच कोई संबंध नहीं है।
मिथक 5 – व्यायाम के लिए स्पोर्ट्स ब्रा है जरूरी?
ये बात सही है। 2013 में 249 महिलाओं पर एक अध्ययन किया। उसमें महिलाओं ने नॉर्मल ब्रा या गलत साइज की ब्रा पहनी। उस अध्ययन में 17 प्रतिशत महिलाओं ने बताया कि उन्हें व्यायाम के दौरान कठिनाई महसूस हुई। वहीं 2015 में हुए अध्ययन के अनुसार, जिन महिलाओं के स्तनों का आकार बड़ा है वे अगर स्पोर्ट्स ब्रा पहनती हैं तो स्तन दर्द कम होता है।
मिथक 6 – पीठ का दर्द ब्रा पहनने से होता है कम?
जिन महिलाओं के स्तनों का आकार बड़ा होता है, उनकी गर्दन में दर्द, पीठ में दर्द, सिर दर्द, नर्व में जलन आदि समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के महिला स्वास्थ्य अनुसंधान संस्थान के अनुसार, बड़े स्तनों का पीठ में दर्द से कोई संबंध नहीं है। पीठ में दर्द अधिक वजन, गर्भावस्था, ऑस्टियोपोरोसिस, खराब फिटिंग वाली ब्रा, रीढ़ की हड्डी का कमजोर होना आदि आते हैं।