November 17, 2024

हिमाचल में शिमला मनाली से अलग भी कई सारी जगहें हैं, पढ़िए खबर

Lifestyle/Alive News: हिमाचल प्रदेश भारत की ऐसी जगह है जहां बसी है बेशुमार खूबसूरती। हिमाचल की खूबसूरत वादियों हर कोई जाना चाहता हैं। वहां की वादिया हमे लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ती।  कहीं बर्फ से ढ़के सफेद पहाड़, तो कहीं रेत से चमकते सुनहरे पहाड़। जैसे-जैसे आप हिमाचल में आगेे बढ़ेंगे आपको ऐसे छोटे-छोटे सरप्राइजेस मिलते रहते हैं। हिमाचल हर तरह के घुमक्कड़ों का बांहें पसार कर स्वागत करता है। नेचर, एडवेंचर लवर्स के लिए तो हिमाचल बेहतरीन ठिकाना है।

खूबसूरत नजारों के साथ ही ये जगह एडवेंचर से भी भरी हुई है। कंगाजोड़ी चारों तरफ से पहाड़ों के साथ देवदार और चीड़ के जंगलों से घिरा हुआ है। बहुत ही कम लोग हिमाचल की इस खूबसूरत जगह के बारे में जानते हैं। ज्यादातर लोगों की हिमाचल यात्रा शिमला, कुल्लू- मनाली, लेह-लद्दाख तक ही सिमट कर रह जाती है, लेकिन अगर आप यहां की खूबसूरती को इत्मीनान से एक्सप्लोर करने का शौक रखते हैं, तो एक बार कंगाजोड़ी आने का प्लान बनाएं।

ट्रैकिंग के शौकीन हैं, तो यहां उसका भी ऑप्शन है। इसके अलावा बर्ड वॉचिंग, कैंपिंग और फोटोग्राफी एक्टिविटीज़ भी एन्ज़ॉय कर सकते हैं। दिल्ली से कंगाजोड़ी की दूरी लगभग 275 किमी है, तो वहीं चंडीगढ़ से 90 किमी। मतलब तीन से चार दिन की छुट्टी काफी है इस जगह को घूमने के लिए।

हिल स्टेशन का हर एक कोना आश्चर्य और खूबसूरती से भरा होता है, तो अगर आप यहां भीड़ से दूर और खूबसूरती से भरपूर किसी जगह की तलाश में हैं, तो बना लें सराहन का प्लान, जिसके लिए आपको शिमला से लगभग 180 किमी का सफर तय करना होगा। हिमाचल का ये गांव सतलुज नदी के किनारे पर बसा है। मंजिल तो खूबसूरत है ही, लेकिन यहां तक पहुंचने का रास्ता भी बेहद शानदार है। शिमला से सराहन का रास्ता नारकंडा होकर गुजरता है, तो अगर आपके पास वक्त तो यहां भी एक दिन या कुछ घंटों का ब्रेक लिया जा सकता है।

हिमाचल प्रदेश के पुल्गा गांव आकर आप प्राकृतिक खूबसूरती को करीब से देख सकते हैं। ये गांव तोष और कसौल के बीच स्थित है। यहां के झरने और लकड़ी के पुल देखकर ऐसा एहसास होगा जैसे आप किसी तस्वीर को देख रहे हों। यहां आपको ज्यादातर घर लकड़ी के बने मिलेेंगे, जो इस जगह में चार चांद लगाने का काम करते हैं।

ये गांव आज भी पर्यटकों की पहुंच से दूर है जिसकी वजह से यहां आकर आपको अलग ही तरह की शांति महसूस होगी। हालांकि यहां पहुंचना आसान नहीं है, क्योंकि यहां के लिए सीधी कोई गाड़ी नहीं जाती। हां, लेकिन अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं, तो आपको यह जगह बहुत पसंद आएगी, क्योंकि यहां तक पहुंचने के लिए कुल्लू के नजदीक स्थित बरशैणी से लगभग 3 किलोमीटर की ट्रैकिंग करनी होती है।