November 24, 2024

अमर जवान ज्‍योति से जुड़ी हुई है शहीद परिवारों की भावनाएं, विलय करने का विरोध कर रही है राजनीतिक पार्टियां

Faridabad/Alive News: बीते शुक्रवार को भाजपा सरकार की ओर से इंडिया गेट पर अमर जवान ज्‍योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलय कर दिया गया है। जिसका विपक्षी दल विरोध कर रहे है। फरीदाबाद में भी अमर जवान ज्योति के विलय को लेकर अलग- अलग राय देखने को मिल रही है। कांग्रेस की ओर से सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति फिर जलाने की बात कही गई है तो आम आदमी पार्टी के नेताओ ने इस पर नाराजगी जताई है। पूर्व सैनिकों का कहना है कि अमर जवान ज्योति से सबकी भावनाएं जुड़ी है। वहीं विपक्षी दल सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे है।

दरअसल, भाजपा सरकार की ओर से अमर जवान ज्‍योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलय कर दिया गया है। भाजपा सरकार की ओर से यह पक्ष रखा गया कि 1971 के युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों से किसी का भी नाम इंडिया गेट पर उल्लेखित नहीं है, वहां सिर्फ प्रथम विश्व युद्ध में शहीद जवानों के नाम ही अंकित है जबकि नेशनल वार मेमोरियल में 26 हजार से ज्यादा जवानों के नाम उल्लेखित हैं। लिहाजा बेहतर होगा कि इस लौ को स्मारक में लाया जाए।

क्या कहना है सैनिक और विपक्षी दलों के नेताओ का
सरकार का यह फैसला गलत है। सेंट्रल विस्टा के निर्माण में इतना पैसा खर्च किया जा रहा है, इसकी तो कुछ लागत भी नहीं थी। सरकार के इस फैसले से शहीदों के परिवारों का आघात होगा। हम सरकार के इस फैसले का विरोध करते है।
-विजय प्रताप, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता

अमर जवान ज्योति को बुझाकर भाजपा सरकार ने दो पीढ़ियों के जज्बात और यादें खत्म कर दी।
-डॉ सुशील गुप्ता, राज्यसभा सांसद एवं हरियाणा सप्रभारी आप

अमर जवान ज्‍योति का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में विलय सरकार ने कुछ समझ कर ही किया होगा। वहां उल्टी राफेल करके सलामी दी जाती थी, टूरिस्टों को भी आना होता है। इस बार गणतंत्र दिवस पर किस तरह से सलामी दी जाएगी, यह देखना दिलचस्प होगा। अमर जवान ज्योति से हम सबकी भावनाएं जुड़ी हुई
है।

-सतेंद्र दुग्गल, सेवानिवृत्त विंग कमांडर।