Faridabad/Alive News: जिला शिक्षा कार्यालय की तरफ से सभी राजकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को नए शौक्षणिक सत्र के लिए आवश्य दिशा-निर्देंश दिए गए हैं। सभी राजकीय विद्यालयों को 11 अप्रैल तक नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित करना होगा। जिन राजकीय विद्यालयों में कमरें, पंखे, पीने का पानी और शौचालय इत्यादि की अच्छी व्यवस्था नहीं है उन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को इस बारे में जिला शिक्षा विभाग को सूचित करना है। इसके साथ-साथ ये भी बताना है कि विद्यालय में ये समस्या कब से बनी हुई है।
दरअसल, शैक्षणिक सत्र 2022-23 शुरू हो गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग जिले के राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की हरसंभव कोशिश कर रहा है। जिसको लेकर शिक्षा विभाग ने जिले के राजकीय विद्यालयों के लिए आवश्य दिशा-निर्देंश जारी किए है। जारी पत्र के मुताबिक 11 अप्रैल तक नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित करना है। 12 अप्रैल को जिले के राजकीय विद्यालयों में प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। राजकीय विद्यालयों द्वारा नए दाखिले के लिए अपनाई जा रही प्रकिया के विषय में शिक्षा विभाग को जानकारी देनी होगी।
इसके अतिरिक्त परीक्षाओं में मेरिट आने वाले विद्यार्थियों का नाम विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर अंकित किया जाएगा और प्रर्थना सभा में इन विद्यार्थियों के नाम की घोषणा की जाएगी। जिससे विद्यालय के अन्य बच्चों का उत्साह वर्धन हो सके। जिन राजकीय विद्यालयों में कमरें, पंखे, पीने का पानी और शौचालय इत्यादि की अच्छी व्यवस्था नहीं है उन विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को इस बारे में जिला शिक्षा विभाग को सूचित करना होगा।
विद्यालय में कुल कितने अध्यापक कार्यरत हैं इनमें से कितने अध्यापक विद्यालय में उपस्थित हैं और कितने अवकाश पर हैं। यह प्रतिदिन विद्यालय के नोटिस बोर्ड पर अंकित किया जाएगा। जिला शिक्षा विभाग की तरफ से खंड शिक्षा अधकारियों को दिशा-निर्देशों की एक-एक प्रति भेज दी गई है। ऐसे में विभाग के आदेशों की अवहेलना करने वाले राजकीय स्कूलों पर कार्यवाही की जाएगी।
क्या कहना है जिला शिक्षा अधिकारी का
हमारी पूरी कोशिश है कि राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को बिना किसी रुकावट के गुवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इस संबंध में सभी विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को नए शौक्षणिक सत्र के लिए आवश्य दिशा-निर्देंश दे दिए गए हैं। आदेशों की अवहेलना करने वाले विद्यालयों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
-रितु चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी फरीदाबाद।