Faridabad/Alive News: जिला नागरिक अस्पताल में पीपीपी मॉडल पर चल रहे हार्ट सेंटर की ईको मशीनों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सील किए जाने के बाद मरीजों का इलाज बंद हो गया है। वहीं कानूनी दांव पेंच के चक्कर में अभी मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
उधर, अस्पताल प्रबंधन ने झज्जर स्वास्थ्य विभाग पर साजिश के तहत कार्रवाई करने का आरोप लगाया और पूरे मामले की विजिलेंस से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। शनिवार को हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. गुंजन गर्ग एवं डॉ.ओमजीवन ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से मिलकर स्वास्थ्य विभाग की शिकायत भी की है।
बता दें, कि झज्जर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शुक्रवार को हार्ट सेंटर पर छापेमारी की थी। यहां पर काम करने वाले टेक्निशियन को लिंग जांच करने के आरोप व डॉक्टर की जगह खुद ईको टेस्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। हार्ट सेंटर चलाने वाली मेडिटीना कंपनी में नॉर्थ इंडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर प्रवीण तिवारी, ह्दयरोग विशेषज्ञ डॉ. गुंजन गर्ग, डॉ. ओमजीवन ने प्रेसवार्ता में कार्रवाई को पूरी तरह से गलत बताया है। उन्होंने कहा कि कंपनी को बदनाम कर सेंटर को बंद कराने के उद्देश्य से यह कार्रवाई की गई है।
उन्होंने जांच टीम में शामिल लोगों व पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उनका आरोप है कि सेंटर के एक पूर्व कर्मचारी से मिलकर कार्रवाई की गई। पूर्व कर्मचारी पर फर्जीवाड़ा करने के आरोप में कंपनी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। प्रवीण तिवारी का दावा है कि ईको टेस्ट करने का काम टेक्नीशियन दिनेश कार्य के योग्य है। डॉक्टर के सुपरविजन में यह काम कर रहा था। प्रवीण ने कहा कि सेंटर के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ ओमजीवन व डॉ गुंजन ने शनिवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी मुलाकात की है और अपनी शिकायत दी है।