Faridabad/Alive News: नगराधीश पुलकित मल्होत्रा ने लघु सचिवालय सेक्टर- 12 के सभागार कक्ष में ई-ऑफिस, सीएम विंडो, एसएमजीटी के सम्बंध मे आयोजित समीक्षात्मक बैठक मे उपस्थित अधिकारियों निर्देश को दिए। उन्होने कहा कि जिले के सभी विभागों और कार्यालयों में पेपरलैस काम होना चाहिए तथा सभी पत्रों की मूवमेंट ई-ऑफिस प्रणाली के माध्यम से होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जिला प्रशासन के माध्यम से सभी विभागों को पेपरलैस बनाने की दिशा में कार्य करते हुए ई-ऑफिस प्रणाली की शुरुआत की है। जिसके लिए सभी अधिकारी व कर्मचारियों का ईएमडी डाटा तैयार किया गया है। जिलास्तर पर सभी विभागों और कार्यालयों में ई-ऑफिस प्रणाली पर काम करने के लिए एक-एक नोडल अधिकारी व एक-एक मास्टर ट्रैनर नियुक्त किए हैं। नोडल अधिकारी व मास्टर ट्रैनर को निरंतर ई-ऑफिस प्रणाली से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
अब मास्टर ट्रैनर की जिम्मेवारी होगी कि वह अपने विभाग के कार्यालय में स्थित अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों को भी ई-ऑफिस प्रणाली व फाइल की मूवमेंट करने के लिए फाइल क्रिएट करने, रिसीट करने तथा सेंड करने संबंधी संपूर्ण जानकारी दें तथा फाइल की मूवमेंट हर प्रकार से ई-ऑफिस के माध्यम से करनवाना सुनिश्चित करे। विभाग में जो अधिकारी और कर्मचारी फाइल की मूवमेंट से संबंधित कार्य कर रहे हैं, वह अपने यूजर आईडी व पासवर्ड को भी सुरक्षित रखें।
उन्होंने ई- ऑफिस के सम्बंध में जानकारी देते हुए बताया कि ई-ऑफिस पेपर लैस है। यह एक डिजिटल वर्कप्लेस सॉल्यूशन है। जिसमें जनहित से जुड़े विषयो एवं सेवाओ ओर बेहतर ढंग से निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से आमजन तक पहुंचाया जा सकता है। सीएम विंडो के सम्बंध में उपस्थित अधिकारियों से समीक्षा करते हुए कहा कि सीएम विंडो एक ऑनलाइन सार्वजनिक प्लेटफार्म है, जो सरकार ने भ्रष्टाचार विरोधी विषयो पर जनता की शिकायतों के निवारण की हेतु बनाया है।
पीड़ित लोग अपनी शिकायत किसी भी विभाग में दर्ज करा सकते हैं और निर्धारित अवधि के भीतर अपनी समस्या का हल प्राप्त कर सकते हैं। इस लिये अधिकारी इस सम्बंध में अपने से जुड़े दायित्वों को निष्ठा एवं ईमानदारी से पूरा करें। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से सोशल मीडिया ग्रीवैंसीज ट्रेकर पर आई शिकायतों पर त्वरित संज्ञान लेने बारे भी आवश्यक दिशा- निर्देश दिए। इस दौरान सीएमजीजीए कर्ण कूपर ने उपरोक्त विषयो पर गहन जानकारी देकर अधिकारियों को जागरूक किया।