Faridabad/Alive News: विधानसभा सत्र में एनआईटी क्षेत्र से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि उनकी एनआईटी विधानसभा क्षेत्र के गांव खेडी गुजरान में राजकीय महाविद्यालय स्थित है। कालेज के प्रधानाचार्य ने अपने पत्र क्रमांक 20 09 फरवरी 2021 को मुझे पत्र के माध्यम से महाविद्यालय में ऑडिटोरियम एंव टीचिंग ब्लॉक की स्थापना के लिए अनुरोध किया था जिसको लेकर मेरे द्धारा 09 फरवरी 2021 को पत्र क्रमांक 134 के द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग से मांग करी थी कि कॉलेज में ऑडिटोरियम एंव टीचिंग ब्लॉक की स्थापना की जांए। संज्ञान लेते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग ने अपने पत्र क्रमांक 160001/13/20231 25/02/2021 के द्वारा मुख्य वास्तुकला अधिकारी हरियाणा से राजकीय कॉलेज खेड़ी गुजरान में ऑडिटोरियम एंव टीचिंग ब्लॉक ड्राइंग बनाने के लिए कहा था। इसके उपरांत वास्तुकला विभाग हरियाणा ने अपने पत्र क्रमांक 2273 08/03/2021 को कार्यकारी अभियंता लोक निर्माण विभाग फरीदाबाद से कॉलेज जमीन के संदर्भ में कुछ जानकारी मांगी थी। वा
स्तुकला विभाग हरियाणा ने अपने पत्र क्रमांक 6602 16/07/2021 के द्धारा अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग हरियाणा को खेड़ी गुजरान राजकीय कॉलेज में ऑडिटोरियम एवं टीचिंग ब्लॉक की स्थापना के लिए रिपोर्ट बनाकर आगामी कार्यवाही हेतु प्रेषित की थी। अधीक्षक अभियंता गुरुग्राम लोक निर्माण विभाग हरियाणा ने अपने पत्र क्रमांक 60832 11/04/2022 के द्धारा इंजीनियर इन चीफ लोक निर्माण विभाग हरियाणा को 1982.84 लाख रुपए की अनुमति के लिए पत्र लिखा था। इसके उपरांत मेरे द्वारा अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग हरियाणा को जल्द से जल्द खेड़ी गुजरान राजकीय कॉलेज में ऑडिटोरियम एवं टीचिंग ब्लॉक के कार्य शुरू करने के लिए लिखा था।
विधायक नीरज शर्मा का कहना था कि मै खेड़ी गुजरान राजकीय कॉलेज में ऑडिटोरियम एवं टीचिंग ब्लॉक की स्थापना के लिए निरंतर लगातार वर्ष 2021 से प्रयासरत हूँ और इसके निर्माण को लेकर कई बार मै अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा विभाग, अतिरिक्त मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग, मुख्य वास्तुकला अधिकारी हरियाणा, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जी एंव अन्य अधिकारियों से निरंतर मिल रहा हूँ।
विधायक नीरज शर्मा के द्वारा पत्रकारों को बताया गया कि जैसा कि मुझे ज्ञात हुआ है 24 जनवरी आज मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ऑनलाइन इसका शिलान्यास किया जा रहा है और शिलान्यास पट्ट पर उनका नाम अंकित नहीं है जबकि लोक निर्माण विभाग द्वारा जो शिलान्यास पट्ट की अनुमति मांगी गई थी उसपर मेरा नाम था लेकिन मुख्यमंत्री जी द्वारा उसको कटवा दिया गया। इसी से पता चलता है कि जब एक प्रदेश का मुखिया ही एक विधायक का विशेषाधिकार का हनन करेगा तो प्रदेश के अधिकारी तो क्या ही करेंगे। शिलान्यास पट्ट से मेरा नाम हटाना मेरा नही मेरी विधानसभा के लाखो लोगो का अपमान है। मुख्यमंत्री एक तरफ नारा देते है सबका साथ सबका विकास और दूसरी तरफ विपक्ष के विधायकों की विधानसभा में किसी कार्य का शिलान्यास किया जाता है तो उस पर से नाम हटवा दिया जाता है। विधायक नीरज शर्मा ने बताया कि सरकार के खिलाफ कफन पहना है उसी कारण से मुख्यमंत्री जी द्वारा ऐसा कार्य किया गया है।