May 2, 2024

पलवल जिला क्षेत्र में 10 गांवों को स्मार्ट गांव बनाया जाएगा

Palwal/Alive News :  स्मार्ट शहरों की तर्ज पर अब स्मार्ट गांव भी बनाए जाएंगे। पलवल जिला क्षेत्र में 10 गांवों को स्मार्ट गांवों के रूप में विकसित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रथम चरण में जिला के 06 गांवों को स्मार्ट गांवों के रूप में विकसित करने के लिए चिन्हित किया गया है। उपायुक्त अशोक कुमार शर्मा ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा प्रथम चरण में स्मार्ट गांवोंं के रूप में विकसित किए जाने वाले 06 गांवों-चांदपुर, कटेसरा, जनाचौली, खेड़ली जीता, रामगढ़ व औरंगाबाद के सरपंचों व पंचों की लघु सचिवालय में बैठक लेकर गहन विचार विमर्श किया। विकसित किए जाने वाले स्मार्ट गांवों में विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से संबंधित विभिन्न बिन्दुओं पर विचार विमर्श करने के उपरांत उपायुक्त ने अधिकारियों को आवश्य दिशा निर्देश भी दिए। 

बैठक में उपायुक्त ने ग्राम पंचायतों को उनके संबंधित गांवों की भावी विकास योजनाओं व कार्यक्रमों के लिए आवश्यक सुझाव देने के लिए भी कहा। उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाकर नागरिकों का जीवन स्तर ऊपर उठाना प्रमुख लक्ष्य है। समानान्तर रूप से युवाओं को रोजगार के लिए प्रशिक्षित किए जाने की दिशा में जिला के 11 गांवों में कौशल विकास केन्द्र स्थापित किए जा चुके हैं। कौशल विकास केन्द्र स्थापित करने का यह क्रम जारी रहेगा। जिला में गुदराना गांव में प्रथम सामुदायिक आर.ओ. प्लांट स्थापित किया जा चुका है। उपायुक्त ने ग्राम पंचायतों के साथ-साथ गांववासियों से भी अपील की है कि वे उनके गांवों को स्मार्ट गांवों के रूप में विकसित करने की दिशा में भरपूर सहयोग दें। उल्लेखनीय है कि स्मार्ट गांवों के रूप में विकसित किए जाने वाले जिला के उक्त छ: गांवों में विभिन्न प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए विवरण तैयार किया जा रहा है।

विवरणानुसार कौशल विकास केन्द्र की स्थापना, वाई-फाई सुविधा, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई-स्वच्छता व कूड़ेदानों की उपलब्धता, द्वार-द्वार से कूड़ा एकत्रित करना, ठोस तरल कचरा प्रबन्धन, सौर ऊर्जा आधारित प्रकाश व्यवस्था, गांवों को खुले में शौचमुक्त बनाना, बॉयो टॉयलेट की व्यवस्था, गुणवत्ता युक्त स्वच्छ पेयजल के लिए सामुदायिक आर.ओ. प्लांट की स्थापना, पौधारोपण व हर्बल पार्क, खेल सुविधाएं, गंदे पानी के निकास की समुचित व्यवस्था, गौचारान भूमि की स्थिति, सामुदायिक केन्द्र का निर्माण, चौपालों की स्थिति, नागरिक सेवा केन्द्रों की स्थिति, आधार कार्ड व आधार सिडिंग की स्थिति, वाचनालयों की स्थापना, परिवहन सुविधाओं की स्थिति ,आंगनवाड़ी केन्द्रों की कार्यप्रणाली की स्थिति, वर्तमान में पेयजल उपलब्धता की स्थिति, सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की उपलब्धता, सरकारी विद्यालयों में पेयजल सुविधाएं व छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालयों की स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, कृषि पद्वति व मृदा जांच कार्ड तथा पशु पालन व पशु चिकित्सा सुविधाओं बारे विवरणा तैयार किया जा रहा है।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अंजू चौधरी, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी दीपक यादव, दक्षिण हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के कार्यकारी अभियंता प्रदीप चौहान, जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कार्यकारी अभियंता सुधीर रनसीवाल, पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता एफ.सी.बतरा,पशु पालन विभाग के उपनिदेशक डॉ. ललीत भूषण, व जिला खेल अधिकारी अशोक कुमार मौजूद थे। इसके अतिरिक्त शिक्षा,स्वास्थ्य, वन,कृषि, बागवानी, मत्स्य, समाज कल्याण, बाल कल्याण व अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।