Chandigarh/Alive News: निजी स्कूलों की तर्ज पर अब राजकीय के मॉडल संस्कृति की स्कूलों में भी विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों के शिक्षक अब मैदान में उतर चुके हैं। शिक्षक मॉडल संस्कृति स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से राजकीय माध्यमिक व उच्च विद्यालयों में संपर्क साध रहे हैं।
इसके अलावा शिक्षक आठवीं व दसवीं के विद्यार्थियों को मॉडल संस्कृति स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बता रहे हैं। विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि वह मॉडल संस्कृति स्कूलों में दाखिला लेंगे तो उन्हें भी उन सुविधाओं का लाभ मिलेगा। स्कूलों में विद्यार्थी जहां परीक्षाओं की तैयारी में जुटे हैं।
वहीं नए शैक्षणिक सत्र से विद्यालय में विद्यार्थी संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। निजी स्कूलों के शिक्षक जहां घर-घर जाकर अभिभावकों को मना रहे हैं। वहीं राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों के शिक्षक भी दूसरे राष्ट्रीय खेलों में जाकर विद्यार्थियों को अगली कक्षा में मॉडल संस्कृति स्कूलों में दाखिला लेने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यही कारण है कि मॉडल संस्कृति स्कूलों का फिलहाल राज्य माध्यमिक व उच्च विद्यालय पर फोकस है।
मार्च में शुरू होगा अगला सत्र
राजकीय मॉडल संस्कृति की स्कूलों में इस बार शैक्षणिक सत्र मार्च में शुरू होगा वैसे तो शिक्षा विभाग हर साल नया शैक्षणिक सत्र अप्रैल माह में शुरू करवाता है। हालांकि राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूलों ने नया शैक्षणिक सत्र 20 मार्च से शुरू करने का निर्णय लिया है।
इसके पीछे मुख्य कारण निजी स्कूलों में परीक्षा के उपरांत ही शुरू होने वाली दाखिला प्रक्रिया है। इसमें निजी स्कूलों की भारतीय राजकीय मॉडल संस्कृति विद्यालय में निजी स्कूलों की तर्ज पर परीक्षा होते ही दाखिला प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया गया है। शिक्षकों ने बताया कि बच्चों को स्कूल में निजी स्कूलों के समान सुविधा प्रदान की जाएगी।