January 5, 2025

गुरुग्राम में ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के लिए सर्वे शुरू

Gurugram/Alive News: मेट्रो रेल लिमिटेड (जीएमआरएल) के नेतृत्व में सिस्टा कंपनी के अधिकारियों ने बख्तावर चौक और सुभाष चौक पर ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो के प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन का ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) सर्वे करने शुरू कर दिया है। इस दौरान गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के अधिकारियों ने जीएमआरएल अधिकारियों को पानी, सीवर, बरसाती नाला और शोधित पानी की पाइप लाइन की जानकारी उपलब्ध करवाई।

जीएमआरएल की तरफ से मेट्रो स्टेशन के निर्माण को लेकर बनाई योजना के प्रारुप का मौके पर मौजूद इन सेवाओं के साथ मिलान किया जाएगा।

मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन से लेकर सुभाष चौक और हीरो होंडा चौक तक पानी, सीवर, बरसाती नाला और शोधित पानी की मुख्य पाइप लाइन निकल रही है। 20 से 25 सेक्टर और कॉलोनियों में सेवाएं दी जाती हैं। सबसे पहले अधिकारियों की यह टीम बख्तावर चौक पर पहुंचीं। इस स्टेशन के एक तरफ डिस्ट्रिक्ट सेंटर का निर्माण हो रहा है, बाकी तीन तरफ मकान बने हुए हैं।

मेट्रो तो सड़क के बीच से निकलेगी। इसके साथ हरित क्षेत्र और खाली जमीन पर स्टेशन का निर्माण किया जाएगा। इस चौक पर मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन की तरफ से सुभाष चौक की तरफ अंडरपास भी बनना है। पूर्व में फैसला हो चुका है कि अंडरपास और मेट्रो स्टेशन के निर्माण का एक पिलर बनाया जाएगा।

टीम सुभाष चौक के समीप पहुंचीं। यहां फ्लाईओवर और अंडरपास है। ऐसे में गुरुग्राम-सोहना रोड पर खाली पड़ी जमीन को मेट्रो स्टेशन के लिए उपयुक्त माना है। इसका सर्वे टीम ने किया। पानी, सीवर, शोधित पानी की पाइप लाइन के अलावा बरसाती नाले की चौड़ाई की जानकारी हासिल की।

जीएमआरएल ने ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो को लेकर मेट्रो स्टेशन के प्रारुप तैयार कर लिए हैं। जीएमडीए अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान जीएमआरएल के अधिकारियों से इन प्रारुप की कॉपी देने का आग्रह किया। इन प्रारुप पर मौजूदा पानी, सीवर, शोधित पानी और बरसाती नाले की जानकारी और भविष्य की योजनाओं की जानकारी इस प्रारुप में भरकर जीएमआरएल को दे दिया जाएगा।

जीएमआरएल के अधिकारियों ने इसे उचित बताया। इन प्रारुप और सेवाओं के मिलान के बाद फिर मौके का सर्वे होगा। एकाध दिन में इन प्रारुप की कॉपी को जीएमआरएल की तरफ से जीएमडीए के सुपुर्द कर दिया जाएगा।

जीएमआरएल की तरफ से यह भी सर्वे किया जा रहा है कि मेट्रो स्टेशन के निर्माण के लिए कहां-कहां जमीन की आवश्यकता होगी। जीएमआरएल की तरफ से इस सर्वे के बाद जमीन की जानकारी हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) को दी जाएगी। एचएसवीपी की तरफ से भूमि अधिग्रहण विभाग की मदद से जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा।