Faridabad/Alive News: सेक्टर-21बी स्थित जीवा पब्लिक स्कूल में विषय चयन कार्यशाला का आयोजन किया गया। आईसीएसई बोर्ड ऑफ काऊंसिल की ओर से आठवीं कक्षा के बाद नौवीं कक्षा से ही छात्रों के लिए वाणिज्य एवं विज्ञान विषय के चुनाव का अवसर मिलता है। इसलिए विद्यालय में शनिवार को आठवीं कक्षा के छात्रों एवं अभिभावकों के लिए परीक्षा परिणाम के साथ-साथ ऑरेन्टेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों की प्रकृति के अनुसार कैरियर एवं शाखा (विषय) के चुनाव के लिए प्रेरित करना है। जिससे कि वे एक उचित विकल्प का चुनाव कर सकें और आने वाली आगे की कक्षा में वे अच्छा प्रदर्शन कर सकें तथा अपने भविष्य का सफल निर्माण कर सकें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से अभिभावकों एवं छात्र दोनों को जागरूक किया गया कि बच्चे के उज्ज्वल भविष्य के लिए क्या सही है व क्या सही नहीं है। इस अवसर पर छात्रों के मल्टीपल इंटेलिजेंस एवं नेचर (प्रवृत्ति) को विशेष रूप से ध्यान में रखकर केन्द्रित किया गया, जिससे कि वे उचित दिशा निर्देश को पाकर अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकें।
कार्यक्रम के दौरान स्कूल की अध्यापिकाओं ने छात्रों को विषय चुनने में सहायता की तथा उनकी शंकाओं एवं प्रश्नों का भी संतोषजनक समाधान किया। छात्रों एवं अभिभावकों को यही समझाया गया कि अपनी क्षमता एवं प्रकृति को ध्यान में रखकर ही विभाग का चुनाव करें।
इस दौरान विद्यालय की वाणिज्य विभाग की एचओडी रश्मि भाटिया एवं विज्ञान विभाग की एचओडी मंजू रानी ने अभिभावकों को आईसीएसई के पाठ्यक्रम के विषय में बताया। एक पीपीटी प्रेजेंटेशन के माध्यम से पाठ्यक्रम का विस्तारपूर्वक विश्लेषण किया। विद्यालय की प्रमुख संयोजिका लिपिका कौशिक ने सभी का धन्यवाद किया और कहा कि जीवा की शिक्षण प्रणाली में परंपरागत ज्ञान, आधुनिक शिक्षा एवं भारतीय संस्कृति का सुंदर सामंजस्य है, जिसके कारण जीवा पब्लिक स्कूल में अपनी अलग पहचान रखता है।
विद्यालय के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान ने सभी को संदेश देते हुए कहा कि छात्रों को एसओई, स्वाध्याय एवं दिनचर्या के नियमों को मुख्य रूप से सिखाया जाता है। ये सिद्धांत छात्रों को जीवन में संतुलन बनाए रखना सिखातें है। इसके साथ- साथ उन्होंने यह भी बताया कि जब बच्चे विषयों का चुनाव करते हैं तो उस समय उन्हें अपनी क्षमता, प्रवृत्ति एवं प्रकृति का अवश्य ध्यान रखना चाहिए।
अभिभावकों को यह संदेश दिया कि वे अपने बच्चों को सीखने के लिए भेजें ताकी बच्चा अधिक से अधिक सीखें। विद्यालय की उपाध्यक्षा चंद्रलता चौहान एवं एकेडमिक एंड एक्सिलेंस हेड मुक्ता सचदेवा ने भी छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।