Fraidabad/Alive News : विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग की नवीनतम तकनीकों के बारे में व्यावहारिक अनुभव और ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के लिए अटल सुरंग (हिमाचल प्रदेश) में तीन दिवसीय अध्ययन दौरे का आयोजन किया गया है। इस स्टडी टूर के लिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग और सिविल इंजीनियरिंग विभाग से 10 विद्यार्थियों के समूह का चयन किया गया है। इसके अलावा, एक संकाय सदस्य भी छात्रों के साथ स्टडी टूर पर जाएगा।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग के अध्यक्ष प्रो. राज कुमार और सिविल इंजीनियरिंग के अध्यक्ष प्रो. तिलक राज ने विद्यार्थियों को उनके अध्ययन दौरे के लिए शुभकामनाएं दी हैं। इस अध्ययन दौरे का छात्रों को लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि इस दौरे से विद्यार्थियों को नवीनतम इंजीनियरिंग तकनीकों को बेहतर तरीके से सीखने में मदद मिलेगी।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग में सहायक प्रोफेसर एवं अध्ययन दौरे के समन्वयक डॉ महेश चंद ने बताया कि अध्ययन दौरे के लिए छात्रों का चयन मेरिट के आधार पर किया गया है, जिसमें से 6 छात्र मैकेनिकल इंजीनियरिंग से हैं और 4 छात्र सिविल इंजीनियरिंग से हैं। यह दौरा एआईसीटीई से वित्त पोषण है।
हिमाचल प्रदेश में लेह-मनाली राजमार्ग पर रोहतांग दर्रे के नीचे निर्मित अटल टनल इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन नमूना है, जोकि हर मौसम में लेह और लाहौल-स्पीति की घाटियों को जोड़ता है। लगभग 9.02 किमी की लंबाई की सुरंग दुनिया की सबसे लम्बी सुरंग है। इसका नाम भारत के पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया है। इसका उद्घाटन 3 अक्टूबर 2020 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।