Educational/ Alive News: NEET PG की परीक्षा आज होने वाली थी लेकिन सरकार ने ठीक एक दिन पहले 22 जून को ही ये परीक्षा रद्द कर दी। इस परीक्षा के रद्द होने के कारण छात्रों में निराशा है। नीट पीजी परीक्षा स्थगित होने पर, एक अभ्यर्थी ज्योत चौहान ने कहा, NTA (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) ने आखिरी समय में, 10 घंटे पहले बताया कि परीक्षा स्थगित कर दी गई है। अगर उन्हें परीक्षा को पुनर्निर्धारित करना ही था, तो उन्हें कम से कम कुछ दिन पहले इसकी घोषणा करनी चाहिए थी। उन्होंने परीक्षा केंद्रों को ठीक से वितरित नहीं किया, उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र के रूप में बहुत दूर की जगहें दी गईं। वडोदरा के छात्रों के परीक्षा केंद्र नासिक और मध्य प्रदेश में थे और फिर जब वे वहां पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि परीक्षा स्थगित कर दी गई है। सभी को बहुत परेशानी हो रही है।
नीट पीजी परीक्षा स्थगित होने पर परीक्षार्थी ने कहा, नीट पीजी परीक्षा का पेपर लीक हो गया, नीट पीजी को 12 घंटे पहले स्थगित कर दिया गया, NEET-SSC परीक्षा की तिथि अभी तक घोषित नहीं की गई है। इससे पता चलता है कि सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को लेकर कितनी चिंतित है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और केंद्रीय शिक्षा मंत्री को अपने किए पर माफी मांगनी चाहिए…छात्र और डॉक्टर परीक्षा के लिए लंबी यात्रा करके यहां आए हैं, उनका बहुत खर्च हुआ है। औसतन 10,000 रुपये खर्च हुए हैं। सरकार को इन खर्चों की भरपाई करनी चाहिए।
नीट पीजी परीक्षा स्थगित होने पर FORDA इंडिया के महासचिव डॉ. सर्वेश पांडे ने कहा कि नीट पीजी सभी उम्मीदवारों के लिए एक मानसिक आघात है। FORDA इस मुद्दे को आगे ले जाएगा। हम मांग करते हैं कि परीक्षा जल्द से जल्द पुनर्निर्धारित की जाए।
उन्होंने आगे कहा कि नीट पीजी को लेकर हमारी मांग है कि परीक्षा को जल्द ही कराया जाए। उन्होंने कहा कि कोई भी एजेंसी अगर इस परीक्षा को नहीं करा पा रही है तो भारत का ये दुर्भाग्य है।
नीट-पीजी परीक्षा स्थगित होने पर यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लक्ष्य मित्तल ने भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, कल होने वाली नीट-पीजी परीक्षा को अंतिम समय में रद्द कर दिया गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में उल्लेख किया है कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा और संवेदनशीलता को देखते हुए इसे स्थगित किया गया है। नीट-यूजी के बाद यह एक और घोटाला है।
उन्होंने कहा कि अभ्यर्थियों ने विभिन्न राज्यों की यात्रा की है और परीक्षा निर्धारित समय से 10 घंटे पहले इसे रद्द करना डॉक्टरों की भावनाओं से खेलने से कम नहीं है। नीट पीजी और नीट यूजी दोनों के संचालन अधिकारियों की जांच होनी चाहिए। भारत की चिकित्सा शिक्षा प्रणाली को बर्बाद कर दिया गया है। नीट-यूजी मामले की सीबीआई जांच एक सराहनीय कदम है।