Faridabad/Alive News: उपायुक्त यशपाल ने कहा कि बार बार चेतावनी देने के बावजूद कुछ विभाग अपने विभागों से संबंधित सेवाएं आम जनता समय पर उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। ऐसे विभागों के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सेवा का अधिकार अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने इसके लिए संबंधित विभागों की सूची तैयार करने के निर्देश भी दिए। उपायुक्त यशपाल मंगलवार को जिला के सभी विभागों की समीक्षा मीटिंग मैं निर्देश दे रहे थे।
वीडियो कांफ्रेंस के जरिए आयोजित की गई इस मीटिंग में उपायुक्त ने सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि आम जनता को समय पर विभाग की सेवाएं प्रदान करना सूचना का अधिकार अधिनियम के दायरे में आता है। उन्होंने कहा कि इसमें लापरवाही करने पर सख्त से सख्त कार्यवाही हो सकती है।
उपायुक्त ने सबसे पहले ई ऑफिस की समीक्षा करते हुए कहा कि यह सरकार की महत्वपूर्ण योजना है और सभी कार्यालयों को पेपर फ्री और समय की बचत के साथ कार्य करने के लिए इसे शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ विभाग ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक की ऑफिस की शुरुआत नहीं की है। उन्होंने कहा कि इन सभी विभागों को रविवार को एक विशेष सत्र आयोजित कर प्रशिक्षण दिया जाए ताकि वह ई ऑफिस का कार्य बेहतर ढंग से कर सकें।
सोशल मीडिया ग्रीवेंस ट्रैकर की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर आने वाली शिकायतों को भी गंभीरता से लिया जाए। उन्होंने कहा कि जिन विभागों की पेंडेंसी है वह समय पर इसे दूर करें। इसके साथ ही मीटिंग में ई टिकट सहित अन्य सभी योजनाओं विभागों की क्रमवार ढंग से समीक्षा की गई। इसमें उपायुक्त ने सभी विभागों के आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रत्येक विभाग प्रतिदिन अपने विभाग के कार्यों की समीक्षा करें।
अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक कार्य समय पर हो और अगर कोई कर्मचारी इस में लापरवाही करता है तो उसके खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाए। उपायुक्त ने कहा कि जून माह की समीक्षा जुलाई के प्रथम सप्ताह में की जाएगी और अगर किसी विभाग में सुधार नहीं पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त सतवीर सिंह मान, एसडीएम फरीदाबाद परमजीत सिंह चहल, एसडीएम बड़खल पंकज सेतिया, नगर निगम के संयुक्त आयुक्त नवदीप, एचएसवीपी के कार्यकारी अधिकारी जितेंद्र कुमार, सीएमजीजीए रुपाला सक्सेना सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।