November 7, 2024

मण्डी में चल रही है आढ़तियों की दादागिरी

मार्किट कमेटी के अधिकारी सरकार को लगा रहे मोटी चपत

फरीदाबाद : डबुआ मण्डी में मार्किट कमेटी की अनदेखी के कारण बड़ी घटना होने का अनदेशा है। इतना ही नहीं डबुआ मण्डी में इन दिनों ट्रैफिक व्यवस्था भी चरमराई हुई है। मण्डी में कुछ बाहुबलि आढ़तियों की वजह से डबुआ मण्डी की पूरी व्यवस्था खराब हो रही है। इसका एक उदाहरण आज सुबह करीब 8 बजे देखने को मिला जब एक आढ़ती ने अपनी दादागिरी के दम पर बीच सडक़ पर माल से भरा ट्रक लगाकर बेचना शुरू कर दिया। इसका विरोध अन्य आढ़तियों ने किया तो वह उनको अपनी दादागिरी दिखाने लगा।

इसकी शिकायत लेकर आढ़ती मार्किट कमेटी के अधिकारी के पास गए तो उन्होंने सडक़ से ट्रक हटवाने से साफ इंकार कर दिया। इसके विरोध में कुछ आढ़तियों ने एसडीएम फरीदाबाद को लिखित में शिकायत देने की बात कही है। आढ़तियों ने बताया कि उक्त दुकानदार हमेशा से ही अपनी दादागिरी से मन चाही जगह पर गाड़ी लगाकर बीच रास्ते में माल उतार देता है और जो उसका विरोध करता है उसके साथ मारपीट करने तक उतारू हो जाता है। इससे मण्डी की व्यवस्था खराब हो रही है बल्कि अन्य आढ़तियों के माल से भरे ट्रकों को आने के लिए रास्ता नहीं मिल रहा है। जिससे अन्य आढ़तियों को लाखो के नुकसान से भी गुजरना पड़ रहा है।

इसके अलावा मण्डी में सब्जी की खरीदारी करने वाले छोटे दुकानदारों को माल की ढुलाई करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आढ़तियों का कहना है कि मार्किट कमेटी के अधिकारी दादागिरी करने वाले आढ़ती से मिलीभगत कर चल रहे है, इसलिए उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मार्किट कमेटी के अधिकारियों और आढ़तियों के बीच मिलीभगत से सरकार को भी लाखो का चुना लग रहा है। जानकारों का यह भी कहना है कि मार्किट कमेटी के अधिकारी कुछ आढ़तियों के साथ मिलकर माल की घटा-बढ़ी करके मोटी चांदी काट रहे है।

हरियाणा सरकार द्वारा मण्डी में फीस पर छूट देकर सरकार के कोष को घाटे में डाला हुआ है। इसके बावजूद भी मार्किट कमेटी के अधिकारी कुछ आढ़तियों को भविष्य का डर दिखाकर फीस आज भी वसूल रहे है जबकि हरियाणा सरकार ने मण्डी की फीस पर आढ़तियों को छूट दी हुई है। मार्किट कमेटी की इस धांधलेबाजी के चलते मण्डी में पार्किंग से लेकर मण्डी के टेक्सों में भारी गड़बड़ झाला चल रहा है। इस गड़़बड़ झाले की जांच स्वयं जिला उपायुक्त करते है तो मण्डी में चल रही सरकार को चपत लगाने की गतिविधियों से पर्दा उठ सकता है।