Faridabad/Alive News : स्टेट विजिलेंस की टीम मंगलवार को नगर निगम में करीब दो सौ करोड़ रुपये के घोटाले की जांच के लिए पहुंची। इस दौरान टीम ने इंजीनियरिंग विभाग अधिकारियों से एक घंटे पूछताछ की। इसके बाद टीम ने रिकॉर्ड की जांच की और कई जरूरी दस्तावेज अपने साथ ले गई। हालांकि, जांच टीम अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पायी है। विजिलेंस की टीम ने जांच में शामिल होने के लिए यहां के पूर्व मुख्य अभियंता रहे रमन शर्मा, सेवानिवृत्त एसडीओ और जेई को कहा है।
मिली जानकारी के अनुसार नगर निगम पहुंची स्टेट विजिलेंस टीम के नगर निगम में पहुंचते ही अधिकारियों में अफरातफरी मच गई। इस दौरान कुछ विभाग में अधिकारी गायब दिखे। विजिलेंस टीम ने मुख्य अभियंता रामजीलाल के कार्यालय में काफी देर तक अधिकारियों से पूरे मामले में पूछताछ की। इस मामले में करीब डेढ़ साल पहले एनआईटी और बल्लभगढ़ के पार्षदों दीपक चौधरी, महेंद्र सरपंच, सुरेंद्र अग्रवाल, जयवीर खटाना इत्यादि ने काम नहीं होने के बावजूद ठेकेदार को भुगतान करने का आरोप लगाया था।
पहले ये घोटाला 50 करोड़ का बताया जा रहा था। इसके बाद धीरे-धीरे 200 करोड़ के घोटाले की बात सामने आई। मुख्यमंत्री के आदेश पर अब इस मामले की जांच स्टेट विजिलेंस कर रही है। पिछले दिनों एनआईटी से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने घोटाले का मामला विधानसभा में भी उठाया था। उन्होंने कहा था कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। पिछले करीब दो महीने से विजिलेंस जांच में जुटी है लेकिन अभी तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। विजिलेंस टीम जांच के लिए कई दस्तावेज अपने साथ ले गई है। इस बारे में निगम का कोई अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।