April 20, 2025

आर्थिक रूप से कमजोर तपेदिक मरीजों को वितरण किया विशेष पोषाहार

Faridabad/Alive News: 18 अप्रैल 2025 को जिला रैड क्रॉस सोसाइटी ने संचालित अन्नदान- महादान मुहिम के तहत विक्रम सिंह उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद के मार्गदर्शन मे रेडक्रॉस भवन सेक्टर 12 मे जिला रेडक्रॉस सोसायटी फरीदाबाद और लायंस क्लब फरीदाबाद डैफोडिल के संयुक्त तत्वावधान में आर्थिक रूप से कमजोर तपेदिक के मरीजो को विशेष पोषाहार वितरण किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप मे उपस्थित अनिल अरोडा, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायंस क्लब फरीदाबाद ने जिला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद द्वारा संचालित मुहिम को बहुत ही सार्थक बताते हुए तपेदिक के रोगियों से अपील करते हुए कहा कि तपेदिक रोग लाइलाज नहीं है यदि इसकी पूरी दवाइयों का सेवन पूर्ण रूप से किया जाए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया की जिला रेड क्रॉस सोसाइटी जब भी टी बी के रोगियों के लिए ऐसा कोई कार्यक्रम करेगी तो लायंस क्लब फरीदाबाद डैफोडिल सदैव अपना सहयोग देगा।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विषय विशेषज्ञ आपदा प्रबंधन एवं आजीवन सदस्य रेडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद डॉ एमपी सिंह ने शिरकत की । सर्वप्रथम विशिष्ट अतिथि डॉ एमपी सिंह ने अपने संबोधन मे कहा कि माननीय प्रधानमंत्री मंत्री का सपना है कि वर्ष 2025 तक भारतवर्ष को टीबी मुक्त बनाना है तथा सभी प्रधानमंत्री के सपने को सभी समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से ही पूर्ण किया जा सकता है अतः इस मुहिम को सार्थक करते हुए फरीदाबाद की स्वयंसेवी संस्था अहम भूमिका निभा रही है।

लायंस क्लब के सदस्य एस एम नागपाल एवं सुरेश शर्मा के द्वारा बताया गया कि तपेदिक के लक्षणों की पहचान करके तत्काल प्रभाव से इलाज बेहद जरूरी है। उन्होंने सभी तपेदिक रोगियों को विशेष पोषाहार लेने पर बल दिया तथा खाने में उन फल और सब्जियों को शामिल करें जो कि आपको अंदर से सेहतमंद रखें और शरीर की ताकत बढ़ाए।

सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव बिजेन्द्र सौरोत ने बताया कि तपेदिक की बीमारी बहुत ही खतरनाक बीमारी है, परन्तु लाइलाज नहीं है इस बीमारी का सफल इलाज यही है कि समय पर दवाइयां तथा पौष्टिक आहार ले और समय-समय पर अपनी जांच कराए। उन्होंने बीमारी से बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह रोग एक खतरनाक संक्रामक रोग है सही समय पर इसका ईलाज नहीं होने पर यह जानलेवा हो सकती है। इसलिए अपने आप को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाने के लिए आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। जिससे आप खुद व अपने परिवार को इस जानलेवा रोग की चपेट में आने से बचा सकें|

प्रताप सिंह, अधिवक्ता एवं आजीवन सदस्य रेडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद ने तपेदिक की बीमारी से बचाव के बारे में बताते हुए कहा कि तपेदिक कि बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लडऩे में लहसुन कारगार होता है, रोगाणुरोधी गुण से भरपूर लहसुन, प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा दे सकता है, पुदीने में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो तपेदिक से प्रभावित ऊतकों के उपचार में मददगार साबित हो सकते हैं इसी के साथ आंवला भी लेना चाहिए आंवले में जीवाणुरोधी गुण होते हैं।

मधु भाटिया ज़िला तपेदिक समन्वयक ने बताया कि टी बी प्रोजेक्ट में कार्यरत स्वयं सेवक समय-समय पर तपेदिक रोगियों को परामर्श देते है तथा उनको दवाइयों का निरंतर सेवन करने बारे में पूर्ण जानकारी रखते हैं।

इसके अतिरिक्त आर पी हंस, प्रधान लोक उत्थान क्लब के द्वारा कार्यक्रम के दौरान तीन सिलाई मशीन गरीब महिलाओं को दान में दी गई।

इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से क्लब की और से राजेंदर शर्मा सचिव लायंस क्लब, सतीश गोपाल क्लब सदस्य, दीपक गोयल सदस्य, नरेश कुमार सदस्य तथा रेडक्रॉस स्टाफ से रामबरन यादव, बृजमोहन शर्मा, प्रेम, रानी, परवीन व अन्य रेडक्रॉस स्टाफ ने पूर्ण सहयोग दिया।