Faridabad/Alive News: एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेज ऑफ इंडिया स्वयं-कार्यान्वयन बाल देखभाल एनजीओ ने शिक्षा की निरंतरता को बनाए रखने और स्वास्थ्य और स्वच्छता जागरूकता बढ़ाने के लिए फरीदाबाद में वंचित समुदाय के बच्चों के लिए सुविधायुक्त बाहरी शिक्षा के स्थान का निर्माण किया है। देश भर में स्कूलों के बंद होने से बच्चों की शिक्षा बाधित हुई थी। शिक्षा की निरंतरता को प्रोत्साहित करने के इरादे से संस्था ने फरीदाबाद के शिवाजी नगर स्लम की पांच दीवारों को बाल संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता से संबंधित जानकारी के साथ रंग दिया है।
शिवाजी नगर फरीदाबाद में एक स्लम बस्ती है। आबादी में आसपास के राज्यों के प्रवासी मजदूर शामिल हैं। यहां पर करीब 10,000-12,000 की आबादी है। परिवार पास के कारखानों में कम वेतन वाली नौकरियों में लगे हुए हैं या दैनिक न्यूनतम कमाई पर निर्भर हैं। पानी, शौचालय और ताजी हवा जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण मलिन बस्तियों में जीवन चुनौतीपूर्ण है।
एसओएस चिल्ड्रन विलेज ऑफ इंडिया के महासचिव सुमंत कर ने इस पहल पर अपनी राय जाहिर करते हुए कहा, “ स्लम में रहने वालों विशेष रूप से बच्चों ने अपनी शिक्षा को महामारी से बुरी तरह बाधित होते देखा है, खासकर जब स्कूल से दूर रहकर अपनी स्कूली शिक्षा जारी रखने के लिए उनके पास इंटरनेट और या स्मार्ट फोन तक पहुंच नहीं है।
एसओएस चिल्ड्रन्स विलेज ऑफ इंडिया की पहल का उद्देश्य समुदाय को प्रभावित करने वाले शिक्षा, स्वास्थ्य और बाल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करना है। आज सामुदायिक जानकारीयुक्त दीवारों का उपयोग विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों और समुदाय में कार्य करने वाली सुधारात्मक कक्षाओं के लिए किया जा रहा है। यह बाल पंचायत के लिए उनकी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों के लिए एक स्थान भी बन गया है।