November 6, 2024

उपायुक्त कार्यालय में तैनात सुप्रिटेंडेंट को सोनीपत विजिलेंस ने रिश्वत लेते रंगे हाथों किया गिरफ्तार

Chandigarh/Alive News : हरियाणा सरकार प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का दावा करती आ रही है। इसके बावजूद सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नही ले रहे हैं। हाल ही में फरीदाबाद नगर निगम घोटाला मामले में 12 अधिकारियों और कर्मचारियों को निलबिंत किया गया है।

वहीं सोनीपत से एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है। सोनीपत के उपायुक्त कार्यालय में तैनात वेद प्रकाश नाम के एक सुप्रिटेंडेंट ने अपने ही साथी कर्मचारी से रिश्वत की डिमांड कर दी। जिसके बाद सरकारी कर्मचारी ने इसकी शिकायत सोनीपत विजिलेंस को दी और सोनीपत विजिलेंस की टीम ने बुधवार को वेद प्रकाश को 20 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

आरोप है कि वह जिला राजस्व अधिकारी (डीआरओ) कार्यालय के लिपिक की तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने की एवज में 30 हजार रुपये ले रहा था। 10 हजार रुपये पहले ही दिए जा चुके हैं। डीएसपी के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

मिली जानकारी के अनुसार डीआरओ कार्यालय में नियुक्त क्लर्क गन्नौर के गांधी नगर निवासी जितेंद्र ने सोनीपत विजिलेंस की टीम को शिकायत दी थी कि डीसी कार्यालय में नियुक्त अधीक्षक वेदप्रकाश उसकी तबादला फाइल पर पॉजिटिव रिपोर्ट करने की एवज में 30 हजार रुपये मांग रहा है। उसका तबादला सोनीपत डीआरओ कार्यालय से गन्नौर एसडीएम कार्यालय में होना था।

उसने बताया था कि उसकी तबादला फाइल अधीक्षक के पास पहुंची हुई है। जितेंद्र ने टीम को बताया कि उसने 10 हजार रुपये मंगलवार को दे दिए थे। जितेंद्र की शिकायत पर विजिलेंस की टीम ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया था। जिसके बाद डीएसपी जयपाल सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

जितेंद्र ने बुधवार शाम को अधीक्षक वेद प्रकाश को 20 हजार रुपये दे दिए। उसने रुपये देने के बाद विजिलेंस की टीम को इशारा कर दिया। विजिलेंस की टीम ने आरोपी को दबोच लिया। वेद प्रकाश के पास से विजिलेंस द्वारा मजिस्ट्रेट से सत्यापित कराए गए 20 हजार रुपये के नोट बरामद कर लिए गए।