December 24, 2024

छोटी सी लापरवाही पड़ सकती है डायबिटीज के मरीज पर भारी

डायबिटीज में ब्लड शुगर का बढ़ना बहुत खतरनाक हो सकता है। इस बीमारी में मरीज को हर समय अपने शुगर लेवल पर नजर बनाकर रखनी चाहिए। अगर आप भी इस बीमारी से पीड़ित हैं तो आप अपनी डेली लाइफ में कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर अपने शुगर को आसानी से हमेशा कंट्रोल में रख सकते हैं। डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिस पर काबू पाने के लिए मरीज को अपने खानपान और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान रखने की जरूरत होती है।

दुनियाभर में डायबिटीज की समस्या से करोड़ों लोग जूझ रहे हैं इस बीमारी में व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं हो पाता। जिससे ब्लड शुगर (रक्त शर्करा) बढ़ जाता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को हर वक्त अपने शुगर को कंट्रोल रखने की जरूरत होती है।खानपान और लाइफस्टाइल में छोटी सी लापरवाही से यह बढ़ जाती है। हालात गंभीर होने पर यह स्थिति इंसान के लिए जानलेवा हो सकती है। इसलिए डायबिटिक मरीजों को खासतौर पर हर वक्त पर अपने ब्लड शुगर पर नजर बनाकर रखनी चाहिए।

आमतौर पर से कम रक्त शर्करा का स्तर सामान्य माना जाता है। अगर यह 200 mg/dL से ऊपर है तो इसका मतलब है कि आपका शुगर बढ़ा हुआ है ।लेकिन अगर यह 300 mg/dL से ऊपर चला जाए तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। अगर आप डायबिटिक हैं तो आपको कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रहना चाहिए इसके बजाय नींबू पानी, नारियल पानी और सब्जियों का जूस जैसी हेल्दी ड्रिंक्स पी सकते हैं। इससे आप हाइड्रेटेड रहेंगे और आपका ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा ।सोडा या अन्य शुगरी ड्रिंक्स पीने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है ऐसे में इन चीजों से दूरी बनाएं। फलों का जूस भी डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत ही ज्यादा हानिकारक है। फलों के जूस में भी काफी मात्रा में शुगर होती है जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है।

अल्कोहल का सेवन भी डायबिटिक मरीजों के लिए हानिकारक है। यह ब्लड शुगर बढ़ाता है ये चीनी और कार्ब्स से भरपूर होते हैं इससे हाइपोग्लाइसीमिया (बहुत ज्यादा ब्लड शुगर गिरना) की स्थिति भी बन सकती है। लंबे समय तक हाइपोग्लाइसीमिया की परेशानी खतरनाक हो सकती है और इसमें व्यक्ति की जान भी जा सकती है यही वजह है कि डायबिटीज के मरीजों को खासतौर पर बीयर और वाइन का सेवन कम करने की सलाह दी जाती है। डायबिटीज की दवा ले रहे मरीजों को डॉक्टर खासतौर पर सख्ती से हैवी ड्रिंकिंग से परहेज करने की सलाह देते हैं।