Faridabad/Alive News: लीज की दुकानों को फ्रीहोल्ड करवाने को लेकर मार्केट के दुकानदारों ने व्यापार मंडल फरीदाबाद के प्रधान जगदीश भाटिया का जोरदार तरीके से स्वागत किया। दुकानदारों ने भाटिया का आभार जताया और कहा कि उन्होंने सही मायने में दुकानदारों के हक की लड़ाई लड़ी है। एनआईटी नंबर-5 में दुकानदारों ने काफी अधिक संख्या में एकत्रित होकर भाटिया को फूल मालाओं से लाद दिया और कहा कि लीज की दुकानों को फ्रीहोल्ड करवाने की लड़ाई काफी अर्से से लड़ी जा रही थी। जिसमें अब उन्हें सफलता मिली है। यह लीज के दुकानों में बैठे व्यापारियों के लिए खुशी का दिन है।
इस स्वागत समारोह का आयोजन एनआईटी नंबर-5 मार्केट एसोसिएशन के प्रधान सतनाम सिंह मंगल द्वारा किया गया था। उन्होंने ही इस समारोह की अध्यक्षता भी की। इस अवसर पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष जगदीश भाटिया ने कहा कि इस स्वागत समारोह के हकदार सभी व्यापारीगण है। जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर यह लड़ाई लड़ी है। भाटिया ने कहा कि फरीदाबाद के व्यापारियों ने कभी भी अपने सब्र को टूटने नहीं दिया। कई सरकारें आई और गई, मगर किसी ने भी व्यापारियों के हित में दुकानों को फ्रीहोल्ड करने का आदेश जारी नहीं किया।
वह सभी केवल राजनीति और वोटों के चलते व्यापारियों का इस्तेमाल करते रहे। पंरतु मौजूदा भाजपा सरकार एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनकी सुध ली है। व्यापार मंडल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अनिल विज एवं केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर से लीज की दुकानों को फ्रीहोल्ड करवाने की मांग रखी थी। इसके बाद सरकार ने लीज की दुकानों को फ्रीहोल्ड करने का निर्णय लेकर उन सभी को राहत पहुंचाने का काम किया है। इसके लिए वह सरकार के सदैव आभारी रहेंगे।
इस अवसर पर मार्केट नंबर-5 के प्रधान सतनाम सिंह मंगल ने कहा कि व्यापार मंडल के प्रधान जगदीश भाटिया ने हमेशा से व्यापारियों के हितों की आवाज उठाई है। चाहे सीएलयू का मुददा हो या फिर लीज की दुकानों को फ्रीहोल्ड करवाने का मामला, उन्होंने जमकर संघर्ष किया है। उनके इस संघर्ष के परिणाम स्वरूप ही आज दुकानदारों को उनका असली हक मिला है।
इस अवसर पर व्यापार मंडल के वरिष्ठ उपप्रधान सरदार जगन शाह, वेदप्रकाश कुकरेजा,जवाहर कालोनी मार्केट के प्रधान नीरज भाटिया, बंसीलाल कुकरेजा, अश्वनि रस्तोगी सहित पांच नंबर मार्केट एसोसिएशन के सीनियर वाईस प्रेसीडेंट सुरेंद्र आहुजा, महासचिव अश्वनि सिंघल, कैशियर देवेंद्र खुराना, बंसीलाल कुकरेजा, पंकज खरबंदा, संजीव पुरी, महेश बजाज व अनिल बांगा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।