फरीदाबाद : शहीद किसी भी धर्म, भाषा व क्षेत्र विशेष के नहीं होते। शहीदों का मकसद केवल देश और राष्ट्र सम्मान के लिए अपने कर्तव्य का पालन करते हुए हस्ते-हस्ते प्राण न्यौछावर कर देना है। यह बात मोहना के थाना प्रभारी प्रीतपाल ने शहीदें आजम भगत ङ्क्षसह की पुण्यतिथि पर सोशल जस्टिस फाउंडेशन द्वारा गांव मोहना में आयोजित बुजुर्गों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जनता और पुलिस का चोली दामन का साथ है बिना जनता के सहयोग के अपराधों पर लगाम लगाना असंभव है।
पुलिस को अपना मित्र समझना चाहिए और किसी भी असमाजिक गतिविधि को पुलिस तक पहुंचाकर अपने जागरूक नागरिक होने का परिचय देना चाहिए। अब पुलिस के प्रति लोगों की धारणा बदल गई है कि युवाओं में जागरूकता आई है। वहीं पुलिस महकमें में भी जनता के साथ मित्रता का व्यवहार कायम किया है।
उन्होंने गांव में अपराधों को रोकने के लिए ठिकरी पहरे का आह्वान किया। फाउंडेशन के चेयरमैन गंगालाल ङ्क्षसह ने कहा कि संस्था का मुख्य उद्देश्य युवाओं को देश की संस्कृति और महापुरूषों की छवि को मन और मस्तिष्क में बिठाना है, क्योंकि युवाओं की क्रांतिकारी सोच देश की दिशा और दशा बदलने में सक्षम है।
संस्था के अध्यक्ष रामरतन नर्वत व पूर्व सरपंच किशन सिंह ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर हेतराम, मोहना के सरपंच रणजीत ङ्क्षसह, कंवर ङ्क्षसह नंबरदार, सुनील कुमार, मा. सीताराम, रूपराम, केशराम, रतनङ्क्षसह, वेदपाल, सर्वेश चौधरी, सुरेद्र, किरण ङ्क्षसह, मा. रामङ्क्षसह, राजेंद्र ङ्क्षसह, प्रेमचंद, शुक्की मैंबर सहित गांव के अनेक गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।