Faridabad/Alive News: जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के पंडित दीन दयाल उपाध्याय केंद्रीय पुस्तकालय द्वारा ‘अनुसंधान उत्कृष्टता और अकादमिक विकास- वर्तमान परिदृश्य में आधुनिक पुस्तकालय कार्यशैली‘ विषय पर एक सप्ताह का शाॅर्ट-टर्म कार्यक्रम का आयोजन किया है। कार्यक्रम एआईसीटीई, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित है। कार्यक्रम में देशभर के 12 राज्यों के प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन एसआरएम यूनिवर्सिटी, सोनीपत के लाइब्रेरियन डॉ. धर्म वीर सिंह ने किया। सत्र की अध्यक्षता कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने की। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित और सरस्वती वंदन के साथ हुई। इसके उपरांत प्रो. आशुतोष दीक्षित मुख्य अतिथि का स्वागत किया। उन्होंने शोध की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अनुसंधान और टीम वर्क के महत्व पर जोर दिया।
सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. धर्म वीर सिंह ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में पुस्तकालयों की भूमिका केवल दस्तावेज उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं है अपितु पुस्तकालयों को सूचनाओं के चयनात्मक प्रसार से संबंधित सेवाओं को प्रदान करने पर विचार करना चाहिए। डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. बाजपेयी ने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य शोधकर्ताओं को सहयोगी सेवाएं प्रदान करने को लेकर पुस्तकालयाध्यक्षों की क्षमता को बढ़ाना है तथा संकाय सदस्यों को शोधकर्ताओं के लिए उपलब्ध विभिन्न उपकरणों और तकनीकों की जानकारी प्रदान करना है ताकि वे इसका लाभ उठा सके।