Faridabad/Alive News: बहुजन समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने गांव खोरी में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की जाने वाली तोड़फोड़ का विरोध करते हुए कहा सरकार जनता के मकान तोड़ने से पहले उनको बसाने का काम करे। यहां की जनता ने इस जमीन पर अवैध कब्जा नहीं किया है बल्कि जमीन खरीदकर घर बनाए हैं। उनकी जीवन भर की पूँजी इन मकानों को बनाने में लग गई है।
उन्होंने बताया मकानों के टूटने के खौफ से अब तक 2 लोगों ने आत्महत्या कर ली है। एक व्यक्ति की मौत हृदयगति रूकने के कारण हुई है और एक महिला की मौत सामान शिफट करते समय छत से गिरने से हो गई है। मनोज चौधरी स्थानीय लोगों द्वारा दी गई सूचना के बाद गत् दिवस इसी महिला के पति इम्तियाज का हाल चाल जानने खोरी में गए थे। इम्तियाज अपनी पत्नी को बचाने के चक्कर में छत से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया है।
बसपा जिला अध्यक्ष चौधरी ने कहा कांग्रेस और भाजपा सरकार की नाकामी के कारण गांव खोरी में रहने वाले 10 हजार परिवारों को उजाडने का काम किया जा रहा है। यह मकान यहां एक दो महीनों में नहीं बने, बल्कि लोग यहां पर पिछले 50-50 साल से रह रहे हैं। लोगों के पास यहां वोटर कार्ड, बिजली मीटर, राशन कार्ड, डोमीशाईल और आधार कार्ड सहित अनेक दस्तावेज हैं। उन्होने कहा जिस समय यहां के लोकल प्रोपर्टी डीलरों ने इन लोगों को जमीन बेची थी उस समय जिला प्रशासन और वन विभाग क्यों चुप था।
उन्होंने कांग्रेस और भाजपा को गरीब विरोधी बताते हुए कहा गांव खोरी में बने मकानों को अरावली वन संरक्षण के नाम पर तोडा जा रहा है, मगर इसी वन क्षेत्र में हजारों फ्लैट वाली गगन चुम्बी इमारतें, स्कूल, कॉलेज और फार्म हाऊस बने हुए हैं। उनको तोडने का आदेश क्यों नहीं दिया गया। क्या सुप्रीम कोर्ट और सरकार गरीबों को ही उजाडने के लिए बने हैं। बसपा का कार्यकर्ता संविधान में विश्वास रखता है। इसलिए वह सुप्रीम कोर्ट के आदेश की इज्जत करते हैं, मगर कोई आदेश हजारों लोगों की जिन्दगी तबाह कर दे, उस आदेश की पालना करने वालों को इस बारे में जरूर सोचना चाहिए।