Chandigarh/Alive News : एक अक्तूबर से खरीद टलने और मंडियों में अनाज को भीगता देख किसानों ने करनाल में जमकर हंगामा किया। वहीं किसानों ने शनिवार को सीएम आवास समेत सांसदों-विधायकों के घरों का भी घेराव किया। इसके अलावा किसान शुक्रवार की सुबह करनाल में मार्केट कमेटी कार्यालय का घेराव कर दोनों मुख्य गेट पर ताले जड़कर धरने पर बैठ गए।
इसमें आढ़तियों ने भी किसानों को अपना समर्थन दिया। इस दौरान किसानों ने मंडी सचिव के अधिकारी और कर्मचारी को उनके ही कार्यालय के अंदर करीब आठ घंटे तक बंधक बना कर रखा। मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य जगदीप औलख की अगुवाई में एकत्र हुए किसानों ने शाम छह बजे धरना खत्म किया। जिसके बाद अधिकारी-कर्मचारी बाहर आए।
शुक्रवार को किसानों ने धरना खत्म करने के बाद ऐलान किया कि शनिवार को सुबह 10 बजे अनाज मंडी में एकत्र होंगे और 11 बजे मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए रवाना होंगे। उधर कुरुक्षेत्र में धान खरीद टलने से नाराज किसानों ने बीआर चौक पर जाम लगा दिया।
जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों ने कुर्सी पर बैठकर अपनी बात राखी जिससे कुछ किसान भड़क गए और किसानों ने अधिकारियों से कुर्सी छीन ली और अपने बीच बिठा लिया। इस दौरान पुलिस भी बेबस नजर आई। करीब पौने घंटे के बाद अधिकारियों ने डीसी से मुलाकात कर खरीद शुरू करने का बहाना बनाकर अपनी जान छुड़ाई। इसके बाद अफसरों के वापस नहीं लौटने पर नाराज किसानों ने ब्रह्मसरोवर का ताला तोड़ परिसर में ट्रैक्टर ट्राली खड़ी कर दी। पिहोवा, शाहाबाद, लाडवा व इस्माईलाबाद में भी किसानों ने धान खरीद शुरू नहीं होने पर रोष प्रदर्शन किया।