November 6, 2024

स्कूल में फीस की बढ़ोतरी, पैसे कमाने का नया जरिया

मनचाही फीस मांग रहे हे स्कूल वाले

Alive News / Faridabad,15 March:- सभी नियम कानूनों को धत्ता दिखाते हुए और शिक्षा विभाग व हुडा के नोटिसों को दरकिनार करते हुए जिले के निजी स्कूलों ने आगामी शिक्षा सत्र के लिए फीसों में काफी बढ़ोतरी की है। इसके अलावा अपने स्कूल के अंदर किताब, कापी, वर्दी आदि की दुकान खोलकर उसके माध्यम से अभिभावकों को किताब, कापी का सैट जबरदस्ती दिया जा रहा है। मंच का कहना है कि निजी स्कूलों में किताब, कापी की दुकान खोलना व सामान बेचना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद स्कूल प्रबंधक किताब-कापी के सैट बेच रहे हैं। इतना ही नहीं जो किताबें जरूरी नहीं हैं उनको भी कमीशन खाने के चक्कर में दे रहे हैं। नर्सरी के छात्रों को भी चार से पांच हजार रूपए लेकर किताबों के सैट दे रहे हैं।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने इसके विरोध में आर-पार का आंदोलन चलाने का निर्णय लिया है। मंच की मंगलवार को आयोजित जिला कमेटी की आवश्यक बैठक में निर्णय लिया गया कि होली के बाद 27 मार्च को सभी स्कूलों की पेरेन्ट्स एसोसिएशन व जागरूक अभिभावकों की एक पंचायत बुलाई जायेगी जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तय की जायेगी। मंच ने अभिभावकों से कहा है कि वे बढ़ी फीस जमा न कराएं और स्कूलों के अन्दर खुली दुकानों से किताब कॉपी व वर्दी आदि न खरीदें और स्कूलों की प्रत्येक मनमानी की शिकायत उपायुक्त, जिला शिक्षा अधिकारी व मंच से करें।

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मंच के जिला अध्यक्ष एडवोकेट शिव कुमार जोशी व सचिव डॉ. मनोज शर्मा ने बताया कि चेयरमैन फीस एंड फंड रेगूलेटरी कमेटी व मंडल आयुक्त गुडग़ांव ने जिले के कई स्कूलों द्वारा पिछले 2 शिक्षा सत्रों में बढ़ाई गई फीस की वैधता की जांच के लिये एडीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई जो स्कूलों के आय व्यय का आडिट व स्कूलों की मनमानी की जांच कर रही है। इसके अलावा संपदा अधिकारी हुडा ने हुडा के नियमों का उल्लंघन सही पाए जाने पर तीन स्कूलों का भूमि आंवटन रद्द किया है और 40 को नोटिस जारी किये हैं उसके बावजूद निजी स्कूल प्रबंधकों ने आगामी शिक्षा सत्र के लिये बिना पैरेन्ट्स एसोसिएशन की सहमती से ट्यूशन फीस व अन्य गैरकानूनी फंडों में भारी बढ़ोतरी कर दी है इससे अभिभावकों में काफी रोष है। अभिभावकों ने गैर कानूनी रूप से की गई इस फीस वृद्धि की शिकायत, जिला शिक्षा अधिकारी व मंच से की है। इसी को लेकर मंच की जिला कमेटी की एक आवश्यक बैठक बुलाई गई जिसमें मंच के जिला अध्यक्ष व सचिव सहित प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा, प्रदेश महासचिव कैलाश शर्मा, संरक्षक सुभाष लांबा व पैरेन्ट्स एसोसिएशन, एमवीएन, एपीजे, एमवीएन अरावली हिल्स, रेयान, विद्या मंदिर, डीपीएस, मानव रचना, अरावली इंटरनेशनल, टेगौर, डीपीएस ग्रेटर फरीदाबाद, ग्रेंड कोलम्बस, मॉडर्न, सैन्ट जॉन, सैन्ट थॉमस, माडन डीपीएस, सैन्ट जौसफ, डीएवी के पदाधिकारी पंकज पराशर, आई डी शर्मा, सुरेन्द्र अदलखा, वेदप्रकाश, मुलचंद कामा, उमाशंकर, ज्ञान देव वत्स, रमेश गुलिया आदि ने भाग लिया। बैठक में डा मनोज ने बताया कि किसी भी स्कूल ने जनवरी माह में फार्म 6 पर अपने आय-व्यय का ब्यौरा जिला शिक्षा अधिकारी को जमा नहीं कराया है। यदि किसी ने जमा भी कराया है तो वह आधा-अधूरा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने भी निर्धारित परफोर्मा पर पूर्ण जानकारी के साथ आवश्यक सूचना न देने वाले स्कूलों के खिलाफ कोई भी उचित कार्यवाही नहीं की है। यहां यह बताना जरूरी है कि जनवरी में जमा कराए गए फार्म 6 में स्कूल प्रबंधक पिछले शिक्षा सत्र की फीस व अपने आय-व्यय का ब्यौरा तथा आगामी शिक्षा सत्र की फीस का ब्यौरा भरकर देना होता है। सही जानकारी देकर भेजे गए फार्म 6 को जिला शिक्षा अधिकारी शिक्षा निदेशक हरियाणा को आवश्यक जानकारी व प्रस्तावित फीस की मंजूरी के लिए भेजना होता है लेकिन स्कूल प्रबंधकों ने जानबूझकर फरवरी-मार्च में फार्म 6 जमा कराया है और जिला शिक्षा अधिकारी ने भी उन फार्मों को शिक्षा निदेशक हरियाणा के पास नहीं भेजा है।