ग्राम पंचायतों की हो सक्रिय भागीदारी: अतिरिक्त उपायुक्त
Alive News/ Palwal : पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से कार्यान्वित की जाने वाली योजनाओं व विकास कार्यों को लेकर जिला के सभी खण्डों की सरपंचों की तीन दिवसीय कार्यशाला में अतिरिक्त उपायुक्त राजेश जोगपाल ने विकास कार्यों व जनकल्याणकारी योजनाओं के कार्यान्वयन में ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी पर बल दिया। उल्लेखनीय है कि मनरेगा, इन्दिरा आवास योजना तथा स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण)के कार्यान्वयन को लेकर महात्मा गांधी सामुदायिक केन्द्र एवं पंचायत भवन में जिला के सभी खण्डों के सरपंचों की तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में सरपंचों के साथ-साथ संबंधित ग्राम पंचायतों के ग्राम सचिवों के अतिरिक्त उक्त योजनाओं से संबंधित परियोजना अधिकारी व स्त्रोत व्यक्तियों ने भी भागीदारी की।
कार्यशाला में योजनाओं की विस्तृत जानकारियों के अतिरिक्त क्रियान्वयन बारे सरपंचों को व्यवहारिक उपयोगी जानकारियां भी दी गई। अतिरिक्त उपायुक्त ने ग्राम पंचायतों को उनके कार्यों बारे समय-समय पर प्रशिक्षित किए जाने के महत्व पर बल दिया और कहा कि समय-समय पर प्रशिक्षण से योजनाओं का कार्यान्वयन सही रूप में होता है और योजनाएं सफल होने से उनका लाभ भी मिलता है। तीन दिवसीय कार्यशाला में बुधवार को पलवल व पृथला खण्डों के सरपंचों को प्रशिक्षण दिया गया।
वीरवार को होडल व हसनपुर खण्डों के सरपंचों को योजनाओं के क्रियान्वयन बारे व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया। शुक्रवार को हथीन खण्ड के सरपंचों को प्रशिक्षण दिया गया। तीन दिवसीय कार्यशाला के दौरान प्रतिदिन अतिरिक्त उपायुक्त ने स्वयं सरपंचों से संवाद करते हुए उन्हें योजनाओं के कार्यान्वयन बारे बताया और योजनाओं के कार्यान्वयन में ग्राम पंचायतों की सक्रिय भागीदारी की महत्ता पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में सरपंचों को मनरेगा के अंतर्गत अधिक से अधिक विकास कार्यों के लिए योजनाएं बनाने के लिए प्रशिक्षित किया गया। सरपंचों द्वारा कार्यशाला में कई प्रस्ताव भी प्रस्तुत किए गए। कार्यशाला में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सहायक परियोजना अधिकारी बृजलाल शर्मा मनरेगा तथा सहायक परियोजना अधिकारी नवीन शर्मा ने स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण)से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारियां दी। तकनीकी विशेषज्ञ अरूण शर्मा ने प्रधानमंत्री सिंचाई योजना बारे जानकारियां दी गई। कार्यशाला में संबंधित खण्डों के खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी भी मौजूद रहे। कार्यशाला में पंचायती राज विभाग के अभियंताओं व कनिष्ठ अभियंताओं ने भी भागीदारी की।