Shashi Thakur/ Alive News
Faridabad : स्मार्ट सिटी में आने बाद संत नगर में कई विकास कार्य होने थे। लेकिन अब दो विभागों के बीच फंसकर रह गया है। संत नगर में काम शुरू होने के बाद स्मार्ट सिटी के ठेकेदार ने बीच में ही काम छोड़ दिया और अब संत नगर का विकास कार्य अधर में लटक गया है। हालांकि, अब स्मार्ट सिटी ने नगर निगम को आर्थिक मदद देने के साथ ही संत नगर में विकास कार्य करवाने की जिम्मेदारी भी नगर निगम को दे दी है।
दरअसल, संत नगर में स्मार्ट सिटी द्वारा सड़क बनवाने के साथ सीवर की लाइनें डालनी थी। लेकिन ठेकेदार द्वारा कार्य बीच में छोड़ने के बाद संत नगर में सीवर ओवरफ्लो की समस्या पिछले लंबे समय से बनी हुई है। सीवर ओवरफ्लो होने के कारण दूषित पानी सड़कों पर जमा रहता है, जिसके चलते स्थानीय लोगों का निकलना मुश्किल हो गया है। स्थानीय निवासी कई बार इसकी शिकायत स्मार्ट सिटी, नगर निगम अधिकारियों से लेकर विधायक नरेंद्र गुप्ता को लिखित में दे चुके है। लेकिन अब तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
क्या कहना है लोगों का
सीवर ओवरफ्लो के कारण इलाके की लगभग सभी सड़के ओवरफ्लो है। बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है। इस गंदे पानी में गिरकर स्कूल के बच्चे चोटिल हो रहे है। लेकिन अधिकारी शिकायत के बाद भी सुध नही ले रहे हैं।
- प्रदीप वत्स, निवासी संतनगर।
सीवर ओवरफ्लो की समस्या से निजात पाने के लिए संत नगर आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी बैठक कर चुके है और अधिकारियों को चेताया भी। बैठक में निर्णय हुआ था कि यदि जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो स्थानीय निवासी धरना प्रदर्शन से लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर के आवास का घेराव करेंगे।
- संजय, स्थानीय संतनगर निवासी।
क्या कहना है अधिकारी का
संत नगर को स्मार्ट सिटी ने अपने अंडर लिया था और विकास कार्य करवाने की जिम्मेदारी एक ठेकेदार को दी थी। लेकिन ठेकेदार बीच में ही काम छोड़कर चला गया। जिसके बाद से संत नगर का कार्य अधर में लटका हुआ है। फिलहाल स्मार्ट सिटी ने नगर निगम को आर्थिक सहायता देने के साथ विकास कार्यों की जिम्मेदारी सौंपी है।
- कृष्ण कुमार, सीईओ-स्मार्ट सिटी।