सांई नाम की अलख जगा रहे यहां की प्रमुख संस्था सांई निष्काम ग्रुप ने मिशन सांई करूणाधाम 2018 के संस्थापकों को दो लाख रूपए की नकद राशि सौंपी।
Palwal/Alive News : न्यू कॉलोनी स्थित प्रमुख सांई भक्त पवन नारंग के निवास पर विगत रात राशि सौंपी गई। इससे पहले भी एक लाख 11 हजार रूपए की राशि के साथ शुरूआत कर सांई मंदिर निर्माण में इस ग्रुप ने अहम योगदान दिया है।
सांई निष्काम ग्रुप की ओर से पूनम हसीजा, प्रिया नारंग व मोनिका आहूजा ने मिशन सांई करूणाधाम के संस्थापक सदस्यों डॉ. रमेश कुकड़ेजा, मनोज छाबड़ा व संयोजक सतीश भूटानी को दो लाख रूपए की राशि सौंपी। संयोजक भूटानी ने निष्काम सांई ग्रुप का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सांई विहार स्थित निर्माणाधीन सांई करूणाधाम मंदिर का निर्मार्ण कार्य जोर शोर से चल रहा है।
उनके सहयोग का सदुपयोग हो रहा है। सांई के परिनिर्वाण शताब्दि वर्ष में मंदिर के निर्माण पूरा होने की कल्पना मात्र से प्रत्येक सांई भक्त रोमांचित है। बरसों पुराने सपने को संजोए कई भक्त इस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मिशन सांई करूणाधाम 2018 का संकल्प है कि सांई बाबा के सौंवे परिनिर्वाण दिवस 15 अक्टूबर 2018 से पहले पहले बड़े सांई मंदिर में आरती गूंजे।
मिशन सांई करूणाधाम के लेखाजोखा अधिकारी डॉ. कुकड़ेजा ने बताया कि सांई निष्काम ग्रुप के आर्थिक व प्रचार सहयोग से अब मंदिर का निर्माण कार्य दु्रत गति से हो रहा है। निष्काम ग्रुप में सांई मंदिर हेतु दान दिए जाने की अपील भी काफी सहायता प्रदान कर रही है। वहीं हमारा प्रयास है कि सभी मिल जुल कर सांई मंदिर के निर्माण में अपना अथक योगदान करें। निर्माण कार्य में सर्वाधिक सक्रिय भूमिका निभा रहे मनोज छाबड़ा ने निर्माण संबंधी ब्यौरा देते हुए कहा कि अब दीवारों को खड़ा किया जा रहा है।
इसके बाद लेंटर डाला जाएगा। मिशन सांई करूणाधाम 2018 के संस्थापक सदस्य अरविंद कालड़ा ने लोगों से अपील की है कि वे अधिक से अधिक दान देकर मंदिर निर्माण में अपना योगदान करें। अपने घर की खुशियों को सांई करूणाधाम मंदिर के संग सांझा कीजिए। जैसे बच्चे का जन्म, जन्मदिन, सगाई, विवाह, वैवाहिक वर्षगांठ, परीक्षा में सफलता, नौकरी लगना व दुकान व मकान का शुभ मुहुर्त या फिर नया उद्योग लगाने की खुशी को आप सांई मंदिर को डोनेनेशन देकर मना सकते हैं।
फरीदाबाद से गगन दुआ, रवि मनचंदा व शैलेन्द्र कालड़ा ने बताया कि पलवल से हमारा जुड़ाव है। हम पलवल में पैदा हुए, खेले व पढ़े। अब फरीदाबाद में कई सालों से शिफ्ट हैं मगर पलवल में सुख दुख में जाना आना पड़ता है। हमें खुशी है कि मिशन सांई करूणाधाम 2018 के नए संकल्प के साथ जुझारू सांई भक्त जुड़े हैं।