Palwal/Alive News : सिविल सर्जन डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि दिवाली पर्व के समय पर सभी मिलावट खोर सक्रिय हो जाते हैं। त्यौहारों के मौसम को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम भी कई जगह छापेमारी की कार्रवाई कर रही है। सिविल सर्जन ने फूड सेफ्टी ऑफिसर को कड़े निर्देश दिए हैं कि पलवल जिले में कोई भी विक्रेता बासी या मिलावटी मिठाई देते हुए पकड़ा गया तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
सिविल सर्जन ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को मिठाई वाले की मिठाई पर शक हो या पता हो कि उसकी मिठाई मिलावटी है तो उसकी शिकायत सिविल सर्जन कार्यालय में कर सकते हैं। अक्तूबर के साथ ही त्यौहारों का मौसम शुरू हो चुका है। दिवाली के समय यह अपने पीक पर होता है। ऐसे में मावे और खोया में मिलावट की बहुत शिकायतें मिलती हैं। दिवाली के मौके पर जोरो-शोरों से गिफ्ट के तौर पर मिठाई दी जाती हैं। डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम त्यौहार शुरू होते ही छापेमारी की कार्यवाही शुरु कर देती है। उनका कहना है कि कई दिन पुरानी मिठाई होने पर उनमें खटास आने लगती है।
ऐसे पहचान करें मिलावटी मिठाई की
मिठाई ज्यादा चमकदार दिखे तो उसे नहीं खरीदना चाहिए। मिठाई पर लगी परत को हाथ से मसलकर देखें। अगर चांदी की परत होती है तो धुल जाएगी और अगर एलुमिनियम की परत होगी तो उसकी गोली बन जाएगी। मिठाई में ज्यादा चटक व गहरे रंग दिखे तो मिलावट का खतरा ज्यादा होता है। खोए से बनी मिठाई या पनीर पर आयोडीन की 5-7 बूंदें डालें। अगर उनका रंग नीला हो जाए तो उनमें मिलावट है। सिविल सर्जन ने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि त्यौहार के मौसम में खुशियों को और बढ़ाएं, पर भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचे। कोविड प्रोटोकॉल बिहेवियर को अवश्य अपनाएं।