आरएसएस के प्रचारक और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के संयोजक इंद्रेश कुमार ने अयोध्या आंदोलन के कार सेवकों से जुड़े बयान मुलायम सिंह के दिए बयान के बाद उन्हें आड़े हाथों लिया. इंद्रेश कुमार ने मुलायम को खूंखार अपराधी और हत्यारा तक कह डाला. लखनऊ में इंद्रेश कुमार ने भाषा की सीमा लांघ दी और कहा कि अगर वो जिंदा रहेगा तो और भी हत्याएं करा सकता है.
इंद्रेश कुमार ने कहा कि राजनीति और कुर्सी के लिए मुलायम सिंह मुसलमानों की भी हत्या करा सकता है. संघ के इस नेता ने अदालत और मानवाधिकार आयोग से मुलायम सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अपील की है.
समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अपने जीवन संघर्ष पर आधारित किताब के विमोचन समारोह में संबोधन के दौरान विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि 1990 में कारसेवकों पर गोली चलाए जाने की घटना पर कहा था कि उसमें कुल 16 लोग मारे गए थे. एकता को बचाने के लिए 16 की जगह 30 जानें लेनी पड़ती तो भी कोई गम न होता.
मुलायम के बयान पर संज्ञान ले संवैधानिक संस्थाएं
इंद्रेश कुमार ने कहा, ‘मुलायम सिंह ने इस बात को स्वीकार कर लिया है कि वह एक बहुत बड़ा हत्यारा है. उसने प्रदेश के सर्वोच्च पद पर बैठ कर निरीह रामभक्तों की हत्या करने का काम किया है. साथ ही वो कह रहा है कि जरुरत पड़ती तो और गोली चलवाकर और भी अधिक लोगों को मार सकता था. उसने अपना जुर्म कबुल कर लिया है. उसके लिए मैं प्रदेश सरकार से, प्रदेश के मानवाधिकार आयोग से, प्रदेश के हाई कोर्ट से ये अपील करूंगा. साथ ही भारत सरकार से, भारत के मानवाधिकार आयोग से और सर्वोच्च न्यायालय से भी ये अपील करूंगा कि ऐसे खूंखार अपराधी के खिलाफ नोटिस दे और मुकदमा दर्ज करे, क्योंकि हत्यारा अगर जिंदा रहेगा और वो कहता रहेगा कि वो और भी हत्या करा सकता है, तो देश के अंदर सुशासन और विकास के बजाय अराजकता, हिंसा और गुंडागर्दी पनपेगी. देश की जनता लोकतंत्र में ऐसे हत्यारों को कैसे सबक सिखाएगी ये देश की जनता तय करेगी. ये सीरियस बात है कि एक हत्यारा खुलेआम घूमता रहे और उसके खिलाफ मानवाधिकार आयोग, सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट संज्ञान न ले. इन सब से मेरी प्रार्थना है कि इस बयान का सीरियसली संज्ञान ले. देश और प्रदेश की सरकार इन अपराधियो से लोगों की सुरक्षा की गारंटी ले.’
जरूरत पड़ने पर मुसलमानों की हत्या करवा सकते हैं मुलायम
उन्होंने कहा, ‘ऐसा है कि ये अपराधपूर्ण बयान है. अपराध का अर्थ ये है कि अगर वो ये सोचते हैं कि वो मुस्लिम तुष्टिकरण कर रहे हैं. मुसलमानों को भी ये समझना चाहिए कि जो अपनी जाति का, अपने इष्ट का नहीं है, वो उनका कब हो सकेगा. इसका मतलब मुलायम सिंह न देश का है, न धर्म का है और न जाति का है. वो किसीका नहीं है वो केवल अपनी तुच्छ राजनीति का और कुर्सी का है. कल उसे लगेगा तो वो शायद मुसलमानों की हत्या करने की साजिश कर सकता है. इसलिए देश की जनता को मैं कहूंगा कि ऐसे हत्यारों की साजिश से वो सावधान रहें. जागरूक रहें, अगर उसने गलत निर्णय कर लिया तो परिणाम उत्तर प्रदेश के लिए अच्छे नही होंगे. इसलिए मैं ऐसी तुच्छ राजनीति करने वालों के प्रति प्रदेश और देश की जनता को सावधान करता हूं. वो नेता चाहिए, वो दल चाहिए जो सबको साथ लेकर सबका विकास करे, जो सबकी हित की बात करे, जो हत्याओं की, नफरत की और बर्बादी की राजनीति न करे. जो विकास की, शिक्षा की और भाईचारे की राजनीति करे. तभी वो नेता और दल चलेंगे. वो नेता और दल हिंदुस्तान में नही चलने चाहिए, जो बर्बादी की, हिंसा की और लड़वाने की राजनीति करे.’