Faridabad/Alive News : सूरजकुंड रोड स्थित श्री सिद्धदाता आश्रम में नवरात्र पर्व आज से प्रारंभ हुआ। इस अवसर पर अधिपति जगदगुरु रामानुजाचार्य स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य महाराज ने घटस्थापना कर सविधि पूजन किया। इसके बाद यहां पर अनुष्ठान प्रारंभ हो गया।
पूजन के उपरांत स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी महाराज ने बताया कि नवरात्र वास्तव में भगवान की शक्ति की आराधना का पर्व है। इन नौ दिनों में हम स्वयं को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का प्रयास करते ही हैं वहीं परमपिता परमात्मा की कृपाओं को भी प्राप्त करने के लिए प्रार्थनाएं, नाम जप आदि करते हैं। उन्होंने बताया कि इन नौ दिनों के पर्व में हमारी आत्मा और शरीर दोनों की शुद्धि हो जाती है। हमारे मन में जमे संतापों से हमें मुक्ति मिल जाती है। हम इन दिनों में अपने प्रण को मजबूत करते हैं कि हमें हमेशा सच के साथ रहना है, गलत को हराना है, बुराई का साथ नहीं देना है।
जगदगुरु स्वामी पुरुषोत्तमाचार्य जी ने बताया कि शक्ति की आराधना वास्तव में हम अपने दैनिक जीवन में भी करते हैं। हमें यह पता है कि शक्ति के बिना कुछ भी संभव नहीं है। इसलिए हम हर प्रयास कर शक्ति का संचय करते हैं। यही नवरात्र पर्व भी हमें सिखाता है लेकिन सकारात्मक कार्यों के लिए हम शक्ति का प्रयोग करें, संचय करें इसके लिए हमें परमात्मा की शरण में ही आना चाहिए।
उन्होंने बताया कि वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं, लेकिन इनमें ग्रहस्थों को चैत्र और शारदीय नवरात्र ही रखने चाहिए। इसमें भी शारदीय नवरात्र अवश्य ही रखने चाहिए। उन्होंने यहां पूरे नवरात्र चलने वाले अनुष्ठान का भी प्रारंभ कराया। इस अनुष्ठान में भक्तगण भी उनके साथ अपने किए संकल्प सिद्धि के लिए नाम जप करेंगे। इस दौरान भजन और सुपाच्य भोजन को वह ग्रहण करेंगे और नवमी के दिन विशाल हवन में आहूति देंगे।