Faridabad/Alive News : सफाई कर्मचारियों को देश की सरहद पर तैनात सैनिकों की तरह ही समाज में सम्मान देने की आवश्यकता है क्योंकि वे भी अपनी जान जोखिम में डाल कर सीवरेज की गंदगी को साफ करने जैसा जोखिमपूर्ण कार्य करते हैं जिसे करने के लिए समाज के किसी अन्य वर्ग के लोग तैयार नहीं हो सकते हैं।
यह विचार राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग भारत सरकार के चेयरमैन मनहर वल्जी भाई जाला ने आज यहां लघु सचिवालय सैक्टर-12 में उपायुक्त कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन के अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रकट किए। उनके साथ आयोग के सदस्य स्वामी सदानन्द महाराज भी मौजूद थे। बैठक में नगर निगम की महापौर सुमन बाला व अतिरिक्त आयुक्त पार्थ गुप्ता, नगराधीश कु0 बलीना, फरीदाबाद के एसडीएम प्रताप सिंह, बड़खल के एसडीएम रीगन कुमार, नगर निगम के संयुक्तायुक्त अमरदीप सिंह व सतबीर मान, सहायक पुलिस आयुक्त सैन्ट्रल आत्मा राम, नगर निगम कर्मचारी यूनियन नेता नरेश शास्त्री व बलबीर बालगुहेर प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
चेयरमैन मनहर ने कहा कि जिले में अधिकांश सफाई कर्मचारी नगर निगम में ही कार्यरत हैं। इसके अलावा अन्य विभागों, एजेन्सियों व ग्रामीण क्षेत्रों के अन्तर्गत भी सफाई कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने 1996 से अब तक जिले में सीवरेज सफाई कार्य करते हुए जान गंवा चुके कुल आठ सफाई कर्मचारियों को सरकारी की ओर से दी गई मुआवजा राशि व आश्रित सेवा का ब्यौरा लिया। इसके अलावा उन्होंने सफाई कर्मचारियों को आवश्यक वर्दी, उपकरण, गमबूट, पैंशन सुविधाओं व स्वास्थ्य सेवाओं सहित अन्य सभी प्रकार की आवश्यक सुविधाओं को प्रदान करने का जायजा लिया।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे पुरूषों के साथ-साथ महिला सफाई कर्मचारियों के हितों व सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखें। उन्हें पूरी सुविधाएं व अधिकार अन्य सामान्य कर्मचारियों की तरह ही प्रदान किए जायेें ताकि उनके बच्चों का भविष्य भी उज्जवल बन सकें। मनहर ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को इस सम्बन्ध में आवश्यक व निर्धारित आदेश दिए। बैठक में जिला के अन्य सभी सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।