आरक्षण आर्थिक व सामाजिक पिछड़े लोगों को मिलें
Tilak Raj Sharma /Alive News
आरक्षण आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों को मिलना चाहिए। यह वाक्य शनिवार को शाहूपुरा के गवर्मेंट हाई स्कूल में छात्र जागरूकता कार्यक्रम के बाद बालाजी शिक्षण संस्थान के डायरेक्टर डॉ.जगदीश चौधरी ने कहें। उन्होंने कहा कि आरक्षण का प्रावधान संविधान में पहले उन लोगों के लिए किया गया था जो समाज में आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े हुए थे।
डॉ.जगदीश चौधरी ने यह भी कहा कि समय अनुसार संविधान में आरक्षण को लेकर बदलाव होने चाहिए और आरक्षण उन्हीं लोगों को मिलना चाहिए जो आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े है। उन्होंने कहा कि जाति आधार पर आरक्षण के वह पक्षधर नही है। डॉ.जगदीश चौधरी ने कहा कि हरियाणा में जो आज जाट आरक्षण पर स्थिति भयानक बनी हुई है उसके पिछे राजनीति कारण है। उन्होंने यह भी कहा कि मैं जाट ही नही सभी समाज के वर्गो को कहना चाहता हुं कि ऐसा कोई काम ना करो जिससे समाज और देश की सम्पत्ति को हानि हो।
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी स्थिति को बनाने में कही तक सरकार भी जिम्मेदार है, क्योंकि पहले जाटो को आरक्षण दे दिया गया था और बाद में रिवर्स कर लिया गया। डॉ.जगदीश चौधरी ने कहा कि जाट नेता आरक्षण को राजनीति रूप न दें। इस मुद्दे पर जाट नेता सरकार से सयम पूर्वक बात करें और समाधान निकाले।
उन्होंने जाट आन्दोलनकारियों को कहा कि कही जाट आन्दोलन के कारण युवा इसकी भेट न चढ़ जाए। जिनके लिए आरक्षण की मांग हो रही है, वहीं आरक्षण का लाभ न ले पाए। क्योंकि जाट आन्दोलन में शनिवार शाम तक आठ मौत और 300 के करीब लोग घायल की सूचना मिल चुकी है। इन मृतकों में एक भी बड़ा जाट आन्दोलनकारी नेता नही है। यहीं आन्दोलन का पूरा सच है।