Faridabad/Alive News : जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी द्वारा सरकारी स्कूलों में छात्रों के एडमिशन के लिए चलाए जा रहे मिशन एडमिशन के सार्थक परिणाम अब सामने आ रहे हैं। विगत सत्र के अंत में सरकारी स्कूलों में छात्र संख्या जहां कुल 10,9011 थी, वह अब बढ़कर 12,3297 पर पहुंच गई है। जो पिछले वर्ष से 14,286 अधिक है, फरीदाबाद जिला पूरे राज्य में एडमिशन करने में प्रथम स्थान पर रहा है। एडमिशन के लिए अभी भी जिले के सरकारी स्कूलों में लाइन लगी हुई है।
यह सब करने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने मिशन एडमिशन नाम से एक अभियान चलाया हुआ है। जिसमें आठ टीमें बनाई गयी हैं। टीम के प्रत्येक सदस्य को चार से पांच क्लस्टर के एडमिशन बढ़ाने का प्रभार दिया है। जिला शिक्षा अधिकारी स्वयं भी एक टीम की एक सदस्य हैं। वह स्वयं अपने क्लस्टर्स में जाने के साथ- साथ जहां आवश्यकता हुई वहां सेक्टरों, मुहल्लों और गांवों में जाकर सरकारी विद्यालयों में एडमिशन के लिए अभिभावकों तथा छात्रों को जागरूक किया।
इसी प्रकार गांव धौज में एक चौपाल पर ग्रामीणों को संबोधित करने को कुछ लोगों ने राजनीतिक रंग देने हेतु कॉविड नियमों की पालना न करने के आरोप भी लगाए। इसके उपरांत भी महिला शिक्षा अधिकारी का मिशन रुका नहीं। परिणाम यह हुआ कि जून के प्रारंभ में जो छात्र संख्या पिछले वर्ष से लगभग 26,500 कम थी। वह अब 14,286 अधिक हो गई है। जब रितु चौधरी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिले के सभी बच्चे मेरे हैं, मैं उनकी मां हूं, एक मां को अपने बच्चों का एडमिशन कराए बिना नींद नहीं आती। मुझे भी पूरे जून माह में नींद नहीं आई।
उन्होंने कहा कि एडमिशन संख्या बढ़ाने में मेरी टीम के सभी सदस्यों, शिक्षकों, स्कूल मुखियाओं तथा समाज के लोगों का भरपूर सहयोग रहा है। मेरे अध्यापकों ने जून की तपती धूप में, घर- घर जाकर, ढोल बजाकर, अवकाश के दिनों में भी कार्य किया है, इसके लिए मैं सभी अध्यापकों, स्कूल मुखियाओं का धन्यवाद करती हूं। छात्र संख्या बढ़ने से एक ओर जहां गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा मिलेगी। वहीं जिले में अध्यापकों की पोस्ट बढ़ने से मेरे अध्यापक ट्रांसफर ड्राइव द्वारा दूसरे जिलों में जाने से बचे रहेंगे।
जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि अभी सीबीएसई का दसवीं कक्षा का परिणाम घोषित नहीं हुआ है परिणाम घोषित होने पर 11वीं के बहुत से छात्रों का एडमिशन एमआईएस पोर्टल पर अपलोड होने पर संख्या और बढ़ेगी। जिले में कुल 239 सरकारी स्कूल है। जिसमे पहली बार तीन प्राइमरी स्कूल जीपीएस, धौज 1090 छात्र, जीपीएस एत्मादपुर 1047 छात्र तथा जीपीएस, बड़खल 1031 छात्रों की संख्या एक हजार से ऊपर हैं। इसी प्रकार वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में जीएमएसएसएस, सराय ख्वाजा 5649 छात्रों के साथ सबसे ऊपर, 2407 छात्राओं के साथ जीएमसएसएस, बल्लबगढ़ दूसरे स्थान पर तथा जीएमसएसएस, ओल्ड फरीदाबाद 1942 छात्राओं के साथ तीसरे स्थान पर है।
कुल 74 वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों में से 15 विद्यालयों में छात्रों की संख्या एक हजार से ऊपर है जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। अभी भी 17 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं, जहां छात्रों की संख्या 50 से कम हैं। जीपीएस आवास कॉलोनी में दयालपुर 20 छात्रों की संख्या के साथ सबसे नीचे, जीपीएस नरहावली 21छात्रों के साथ नीचे से दूसरे तथा जीपीएस महमूदपुर 22 छात्रों के साथ नीचे से तीसरे स्थान पर है। एक मिडिल स्कूल जीएमएस बहबलपुलपुर में 35 छात्र की संख्या तथा एक हाई स्कूल जीएचएस ढेकोला 39 छात्रों के साथ 50 छात्र संख्या से कम एडमिशन कर पाए हैं।
इसी प्रकार कुल चार वरिष्ठ माध्यमिक जीएसएसएस, नवादा 92 छात्र , जीएसएसएस दयालपुर 167 छात्र , जीएसएसएस, बुढ़ेना 170 छात्र के साथ तथा जीएसएसएस, अमीपुर 170 छात्रों के साथ ऐसे विद्यालय भी हैं। जहां छात्र संख्या 200 से कम है। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कम छात्र संख्या वाले स्कूल मुखियाओं से जल्दी ही एडमिशन बढ़ाने के संदर्भ में बात की जायेगी, तथा जिन स्कूल मुखियाओं ने अच्छा प्रदर्शन किया है उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।