होली के त्योहार में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं. ये भारत सहित दुनिया के भी तमाम देशों में मनाया जाने वाला उत्साह, उल्लास और प्रेम का महान उत्सव है. यूं तो होली रंगों और विविध घरेलू पकवानों का पर्व है, लेकिन फिर भी देश के अलग-अलग हिस्सों में इसको मनाने का अपना-अपना ढंग होता है. कहीं लट्ठमार होली होती है, तो कहीं सिर्फ फूलों से होली खेली जाती है.
ऐसे ही, भारत के यूपी और बिहार जैसे राज्यों में ‘फगुआ’ गाकर होली मनाई जाती है, जिसमें एक विशेष प्रकार की लय में ‘जोगीरा’ गाए जाते हैं. जोगीरा, दोहे जैसी लय में होता है और इसका विषय व्यक्ति से लेकर विश्व तक कुछ भी हो सकता है. जब जोगीरा खत्म होता है, तो उसके अंत में ‘जोगीरा सारारारा….’ का एक लंबा आलाप दिया जाता है. इसकी ख़ास बात यह है कि इसका कथ्य कुछ भी हो, उसमें चुटीला व्यंग्य मौजूद रहता है. इस कारण होली में जोगीरे की भारी लोकप्रियता है और अब ये अपनी एक राष्ट्रीय पहचान स्थापित कर चुका है. इस साल होली आने में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं तो इस अवसर पर मैं आपके लिए अलग-अलग मिजाज के कुछ जोगीरे लाया हूं.
इक ‘मोदी’ चम्पत हुआ, लूट बैंक का माल
लोगों ने दूजे ‘मोदी’ का, किया हाल बेहाल
जोगीरा सारारारारा….
दूजा मोदी बड़ा धुरंधर, यूं ना माने हार
बड़ी-बड़ी बाधाओं को, कर जाता है पार
जोगीरा सारारारारा….
सोच रहे हैं राहुल गांधी, बना क्यों प्रेसिडेंट
सपना हो गया बैंकॉक अब, हुई हार प्रेजेंट
जोगीरा सारारारारा….
सोच रहे हैं सरजी कि, तीन साल कम्पलीट
एक काम तो हुआ चलो, गुप्ता हो गए फिट
जोगीरा सरारारारा….
पद्मावत और पैडमैन से, करके टाइमपास
ऊब रहे थे लोग कि भइया, आई प्रिया प्रकाश
जोगीरा सारारारारा….