September 19, 2024

अनाब शनाब कमाई के लिए राजशाही रास्ता

– अतुल मलिकराम (राजनीतिक रणनीतिकार)

देश के युवा, बेरोजगारों, अनाब-शनाब कमाई का रास्ता ढूंढ रहे नौजवानों और राजशाही जिंदगी का ख्वाब देखने वाले लोगों के लिए अगले कुछ महीने बेहद अहम रहने वाले हैं। इस दौरान महाराष्ट्र, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, झारखण्ड और दिल्ली जैसे प्रमुख राज्यों में एक ऐसी भर्ती प्रक्रिया का आयोजन होने जा रहा है, जिसके लिए न तो कोई शैक्षिक योग्यता की जरुरत है, न ही व्यापक अनुभव की, और तो और कोई आपराधिक केस चल रहा हो या जेल में बंद हो तो उसमें भी विशेष छूट मिलेगी। रोजाना ऑफिस न जाने पर भी बिना कटौती अनुमानित 1,90,000 रुपये तक सैलरी दी जाएगी, रहने के लिए निःशुल्क आलिशान आवास उपलब्ध कराया जाएगा और खाना किसी आश्रम की थाली से भी सस्ता मिलेगा। सुनने में थोड़ा अटपटा जरूर लग रहा होगा लेकिन फोन के लिए 15000 रुपये भत्ता, 3 निःशुल्क टेलीफोन, 50000 यूनिट तक मुफ्त बिजली और 4000 लीटर तक मुफ्त पानी का भी लाभ उठाया जा सकेगा।

इतना ही नहीं गाड़ी से घूमने के लिए पेट्रोल भी फ्री होगा और कम से कम पांच वर्षों के लिए फर्स्ट एसी में असीमित रेल यात्राएं और परिवार के साथ बिना किसी शुल्क लगभग तीन दर्जन हवाई यात्राएं भी मिलेंगी। अब आप सोच रहे होंगे कि देश में ऐसी शाही भर्तियां भी निकलती हैं, तो बता दूँ कि ये भर्ती प्रक्रिया आजादी के बाद से ही चली आ रही है, जिसके तहत आपको 5 साल तक इतनी कमाई करने का मौका दिया जाता है, जिससे आप आजीवन बैठकर खा सकें। सुनकर आपका माथा चकरा सकता है लेकिन यदि आप एक बार भी इस भर्ती प्रक्रिया को पास करने में सफल होते हैं तो आजीवन पेंशन का लाभ उठा सकते हैं।

यही नहीं, कपड़े धोने के लिए प्रतिदिन 600 रुपये, दैनिक भत्ता 2000 रुपये, फर्नीचर के लिए एक लाख रुपये, कार्यालय व्यय और कार्यालय में साथ काम करने वालों के लिए भी अलग से पैसा दिया जाएगा। इसी तरह ऐसे अन्य कई खर्चों के लिए भी भत्ता मिलता रहेगा। तो उपरोक्त लाभों को देखते हुए आपने अब तक लाभार्थी बनने का मन भी पक्का कर लिया होगा। और हो भी क्यों न, जब ऐसा कोई काम मिल रहा हो जिसमें एक बार की कमाई में न केवल आपकी बल्कि आपके नाती-पोतों का भविष्य भी उज्जवल करने की गारंटी मिलती हो तो फिर हर्जाना कैसा!

आपकी उत्सुकता को कम करते हुए बता दूँ कि इस भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत इसी माह सितम्बर से होनी है, जिसके फरवरी-मार्च 2025 तक चलने की उम्मीद है। महाराष्ट्र में 288 सीटों पर भर्ती निकाली जानी है जबकि हरियाणा व जम्मू कश्मीर में 90-90 सीटों पर उम्मीदवारों की तलाश की जाएगी। वहीं दिल्ली में 70 और झारखंड में 81 सीटों को भरने का काम किया जायेगा।

बहरहाल, ये तो हुई सम्पूर्ण भर्ती प्रक्रिया के बाद मिलने वाले लाभों की जानकारी, जिसे आगामी विधानसभा चुनावों के रूप में आपके समक्ष पेश किया जायेगा और विधायकों के रूप में भर्ती की जाएगी। प्रचलित भाषा में इस पूरी प्रक्रिया को लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व या महापर्व भी कहा जाता है, जिसमें आपके एक वोट की ताकत केंद्र में रहती है। हालांकि यह सर्व-सुविधा युक्त विधायक पद हासिल करने के लिए आपका चतुर-चालक व वाक्पटुता में माहिर होना आवश्यक है। यदि शब्दों के जाल में जनता को फंसाने की कला में आपके हाथ साफ हैं, तो वरीयता भी मिलती है। किसी काम को टरकाने, लटकाने या आधा -अधूरा करने की आदत है तो आप एक सफल विधायक के रूप में अपनी पहचान बना सकते हैं।

इन सब के बावजूद कुछ अपवाद भी हैं, जिन्हे साफ़ व सामाजिक नीयत से कार्य करने के लिए जनता का नेता की उपाधि से नवाज़ा जाता है। ऐसे विधायक अक्सर जमीन से जुड़े होते हैं और उपरोक्त लाभों के लिए नहीं बल्कि क्षेत्रीय जनता को लाभ पहुँचाने की जिम्मेदारी के साथ आते हैं और राजनीति में अपना एक अलग मुकाम हासिल करते हैं। कुल मिलाकर अगले कुछ महीने चलने वाली इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के रूप में आप अपना नाम भी दर्ज करा सकते हैं, बशर्ते जो सालों से अपनी उम्मीदवारी पेश करते आ रहे हैं, उन्हें धक्का देने की क्षमता आपके भीतर हो।

(ये लेखक निजी विचार हैं)